अरुण जेतली ने जिस स्‍कूल में अपने बच्‍चों को पढ़ाया, वहीं ड्राइवर-रसोइया के बच्‍चों को भी पढ़ाया

Edited By Pardeep,Updated: 25 Aug, 2019 05:15 AM

where jaitley s children studied they also taught their driver s children there

पूर्व वित्तमंत्री अरुण जेतली की शख्सियत का अंदाज इसी से लगाया जा सकता है कि जिस स्कूल से उनके बच्चों ने पढ़ाई की चाणक्यपुरी स्थित उसी कार्मल कॉन्वेंट स्कूल में उन्होंने अपने ड्राइवर और निजी स्टाफ के बच्चों को भी पढ़ाया। जेतली अपने निजी स्टाफ के जीवन...

नेशनल डेस्क: बीजेपी नेता और पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेतली न केवल पार्टी में बल्कि विपक्ष में भी अच्छी पकड़ रखते थे। अरुण जेतली अपने साथ काम करने वाले कर्मचारियों को वैसा ही सम्मान देते थे जैसा वह किसी वरिष्ठ नेता या फिर परिवार के किसी सदस्य को दिया करते थे। अरुण जेतली अपने घर पर काम करने वाले सभी कर्मचारियों को परिवार का हिस्सा मानते थे। यही कारण है कि उनके साथ जुड़ा हर एक शख्स उनसे काफी प्यार किया करता था।
PunjabKesari
अरुण जेतली के घर पर काम करने वाले कर्मचारियों के बच्चे उसी स्कूल में पढ़ा करते थे जहां पर खुद जेतली के बच्चों ने पढ़ाई की थी। ये स्कूल चाणक्यपुरी स्थित कार्मल कॉन्वेंट स्कूल है। यही नहीं अगर किसी कर्मचारी का बच्चा विदेश में पढ़ाई करने का इच्छुक होता था तो उसे विदेश में उसी यूनिवर्सिटी में पढ़ने भेजा जाता था, जहां खुद उनके बच्चों ने पढ़ाई की थी। खास बात ये है कि इन सभी कर्मचारियों के बच्चों की पढ़ाई की जिम्मेदारी जेतली ही उठाया करते थे।
PunjabKesari
जेतली अपने निजी स्टाफ के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिए कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाते थे। उनके परिवार की देखरेख भी अपने परिवार की तरह ही करते थे, क्योंकि वे इन्हें अपने परिवार का हिस्सा मानते थे। दूसरी ओर, कर्मचारी भी परिवार के सदस्य की तरह जेतली की देखभाल करते थे। ड्राइवर जगन और सहायक पद्म सहित करीब 10 कर्मचारी जेतली परिवार के साथ पिछले दो-तीन दशकों से जुड़े हुए हैं। इनमें से तीन के बच्चे अभी विदेश में पढ़ रहे हैं।
PunjabKesari
सहयोगी का एक बेटा डॉक्टर, दूसरा इंजीनियर 
जेतली परिवार के खान-पान की पूरी व्यवस्था देखने वाले जोगेंद्र की दो बेटियों में से एक लंदन में पढ़ रही हैं। जेतली के साथ हरदम रहने वाले सहयोगी गोपाल भंडारी का एक बेटा डॉक्टर और दूसरा इंजीनियर बन चुका है। इसके अलावा समूचे स्टाफ में सबसे अहम चेहरा थे सुरेंद्र। वे कोर्ट में जेतली के प्रैक्टिस के समय से उनके साथ थे। घर के ऑफिस से लेकर बाकी सारे काम की निगरानी इन्हीं के जिम्मे थी। जिन कर्मचारियों के बच्चे एमबीए या कोई अन्य प्रोफेशनल कोर्स करना चाहते थे, उसमें जेतली फीस से लेकर नौकरी तक का मुकम्मल प्रबंध करते थे। जेतली ने 2005 में अपने सहायक रहे ओपी शर्मा के बेटे चेतन को लॉ की पढ़ाई के दौरान अपनी 6666 नंबर की एसेंट कार गिफ्ट दी थी। 
PunjabKesari
सभी को चेक से पैसे देते थे    
जेतली अपने बच्चों (रोहन व सोनाली) को जेब खर्च भी चेक से देते थे। इतना ही नहीं, स्टाफ को वेतन और मदद सबकुछ चेक से ही देते थे। उन्होंने वकालत की प्रैक्टिस के समय ही मदद के लिए वेलफेयर फंड बना लिया था। इस खर्च का प्रबंधन एक ट्रस्ट के जरिए करते थे। जिन कर्मचारियों के बच्चे अच्छे अंक लाते हैं, उन्हें जेतली की पत्नी संगीता भी गिफ्ट देकर प्रोत्साहित करती हैं।

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!