Edited By rajesh kumar,Updated: 06 Apr, 2024 01:36 PM
पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले के भूपतिनगर इलाके में 2022 के बम विस्फोट मामले की जांच के लिए गए एनआईए के दल पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। इस हमले में दो अधिकारी घायल हो गए। घटना पर अब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का बयान सामने आया है।
नेशनल डेस्क: पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले के भूपतिनगर इलाके में 2022 के बम विस्फोट मामले की जांच के लिए गए एनआईए के दल पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। इस हमले में दो अधिकारी घायल हो गए। घटना पर अब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का बयान सामने आया है। ममता ने कहा कि एनआईए के दल ने भूपतिनगर में महिलाओं पर हमला किया, न कि महिलाओं ने हमला किया। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि निर्वाचन आयोग भाजपा-संचालित आयोग न बने, बल्कि निष्पक्षता से काम करे।
उन्होंने आधी रात को छापा क्यों मारा?
सीएम ममता बनर्जी ने कहा, "उन्होंने आधी रात को छापा क्यों मारा? क्या उनके पास पुलिस की अनुमति थी? स्थानीय लोगों ने उसी तरह प्रतिक्रिया व्यक्त की जैसे आधी रात को कोई अन्य अजनबी उस जगह पर आता तो होता। वे चुनाव से ठीक पहले लोगों को क्यों गिरफ्तार कर रहे हैं? भाजपा क्या सोचती है कि वे हर बूथ एजेंट को गिरफ्तार कर लेंगे? NIA को क्या अधिकार है? ये सब भाजपा को समर्थन देने के लिए कर रहे हैं। हम भाजपा की इस गंदी राजनीति के खिलाफ लड़ने का आह्वान करते हैं।"
स्थानीय लोगों ने वाहन को घेरा, पथराव किया
पुलिस ने बताया कि एनआईए अधिकारियों के एक दल ने इस मामले के संबंध में बुधवार सुबह दो लोगों को गिरफ्तार किया और यह दल कोलकाता वापस जा रहा था, तभी उसके वाहन पर हमला हुआ। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘स्थानीय लोगों ने वाहन को घेर लिया और उस पर पथराव किया। एनआईए ने कहा है कि उसका एक अधिकारी घायल भी हुआ है।'' उन्होंने बताया कि एनआईए ने भी इस संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। संघीय जांच एजेंसी के अधिकारियों से इस घटना के बारे में बात नहीं हो सकी।
एनआईए कर रहा मामले की जांच
पुलिस ने बताया कि केंद्रीय पुलिस बल की एक बड़ी टुकड़ी भूपतिनगर पहुंच गई है, जहां गिरफ्तार किए गए दो लोगों के साथ एनआईए का दल मौजूद है। भूपतिनगर में तीन दिसंबर, 2022 को एक कच्चे घर में हुए विस्फोट में तीन लोगों की मौत हो गई थी। बाद में मामले की जांच एनआईए को सौंप दी गई थी। शनिवार की इस घटना ने पांच जनवरी की उस घटना की याद दिला दी, जब उत्तरी 24 परगना के संदेशखालि इलाके में राशन घोटाले के सिलसिले में छापेमारी के दौरान प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों पर हमला किया गया था।