Edited By Yaspal,Updated: 18 Feb, 2020 06:48 PM
बरसों पुराने गठबंधन को तोड़कर कांग्रेस और एनसीपी के साथ सरकार बनाने वाली शिव सेना ने एक बार फिर से भाजपा पर निशाना साधा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए शिव सेना ने कहा कि बार-बार एक ही बयान देने से बात नहीं बन सकती। शिव सेना ने कहा है...
मुंबईः बरसों पुराने गठबंधन को तोड़कर कांग्रेस और एनसीपी के साथ सरकार बनाने वाली शिव सेना ने एक बार फिर से भाजपा पर निशाना साधा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए शिव सेना ने कहा कि बार-बार एक ही बयान देने से बात नहीं बन सकती।
शिव सेना ने कहा है कि केन्द्र सरकार काम करे, बोलना-डोलना कम करे, दिल्ली के चुनाव में इस तरह का बोलना-डोलना चल नहीं पाया, दिल्ली विधानसभा चुनाव से यह संदेश मिला है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अपनी दिशा बदलनी चाहिए।
शिव सेना के मुखपत्र सामना के आज के संपादकीय में लिखा गया है कि सुप्रीम कोर्ट ने कल कहा है कि देश हित में सरकार द्वारा लिये गये निर्णय मेहरबानी नहीं हैं और किसी बात पर असहमति जताना देशद्रोह नहीं होता।
संपादकीय में आगे लिखा है कि प्रधानमंत्री ने वाराणसी में अपने भाषण में कहा है कि कश्मीर से अनुच्छेद 370 और नागरिकता (संशोधन) कानून (सीएए) को हटाने के लिए उन पर दबाव डाला जा रहा है लेकिन सरकार किसी भी दबाव के समक्ष झुकेगी नहीं। इस पर टिप्पणी करते हुए लिखा गया है कि इसके लिए कौन दबाव डाल रहा है, इसे स्पष्ट किया जाए।
कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाये जाने का निर्णय देश हित में है, इसलिए इस पर बहुत हो हल्ला मचाने की आवश्यकता नहीं है। संसद में एक-दो लोगों को छोड़ कर सभी विपक्षी पाटिर्यों ने भी अनुच्छेद 370 को हटाने के लिए समर्थन दिया था।