Edited By ,Updated: 07 Oct, 2016 08:52 PM
पाकिस्तान का सुप्रीम कोर्ट एक ईसाई महिला द्वारा वर्ष 2010 के ईशनिंदा मामले में उसे मिली मौत की सजा को पलटने ...
इस्लामाबाद: पाकिस्तान का सुप्रीम कोर्ट एक ईसाई महिला द्वारा वर्ष 2010 के ईशनिंदा मामले में उसे मिली मौत की सजा को पलटने के लिए दायर याचिका पर अगले सप्ताह सुनवाई करेगा। पंजाब प्रांत के ननकाना इलाके की रहने वाली पांच बच्चों की मां आसिया बीबी को वर्ष 2009 में ईशनिंदा के एक मामले में मौत की सजा सुनाई गई थी। वह वर्ष 2010 से इस पर तामील किए जाने की कतार में है।
लाहौर हाईकोर्ट ने वर्ष 2014 में उसकी मौत की सजा बरकरार रखी थी, जिसके बाद उसने शीर्ष अदालत में अपील की थी। अगले हफ्ते शीर्ष न्यायालय में जिन मामलों की सुनवाई होनी है, उसकी सूची के अनुसार कि सुप्रीम कोर्ट गुरुवार यानि 13 अक्तूबर को अपील पर सुनवाई करेगा। न्यायालय किसी फैसले पर पहुंचने से पहले कई बार सुनवाई कर सकता है।
मुसलमान बहुल पाकिस्तान में ईशनिंदा बहुत ही संवेदनशील मुद्दा रहा है। दक्षिणपंथी दलों को तुष्ट करने के लिए वर्ष 1985 में यह कठोर कानून बनाया गया था। इन कानूनों पर अमूमन व्यक्तिगत द्वेष के लिए दुरूपयोग का आरोप लगता रहा है। ईशनिंदा के आरोपी या इस कानून में परिवर्तन की मांग करने वाले लोग अमूमन आतंकवादियों के निशाने पर आ जाते हैं।