Edited By ,Updated: 05 Mar, 2017 02:02 PM
किम्बरले रोड ने निशानेबाजी के इतिहास में किसी अन्य की तुलना में सबसे अधिक बार अपनी स्पर्धाओं को बदला और ऐसे समय में जबकि ओलिंपिक...
नई दिल्ली: किम्बरले रोड ने निशानेबाजी के इतिहास में किसी अन्य की तुलना में सबसे अधिक बार अपनी स्पर्धाओं को बदला और ऐसे समय में जबकि ओलिंपिक से डबल ट्रैप को हटाने से निशानेबाज नाखुश हैं तब ओलिंपिक में उनके 6 पदक प्रेरणा का काम कर सकते हैंं।
रोड ने कहा कि निश्चित तौर पर यह ऐसा खेल है जिसमें पुरूष और महिला समान रूप से प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं और यह इस खेल का सबसे महत्वपूर्ण पहलू है। यह मायने नहीं रखता कि आपका आकार और कद कैसा है। आप महिला हो या पुरूष। वर्ष 1992 तक महिला और पुरूषों में समान प्रतिस्पर्धा थी। एक महिला जीत हासिल करती थी। इसलिए यह संभव है।
5 महाद्वीपों में रिकार्ड लगातार 6 पदक जीतनेवाली रोड भी अपनी ओलिंपिक उपलब्धियों के कारण माइकल फेल्प्स की तरह महान खिलाडिय़ों में शामिल होने का दावा कर सकती है लेकिन इस दिग्गज तैराक से इतर उन्हें अब भी दुनिया के अधिकतर हिस्सों में अपना परिचय देना पड़ता है। रोड स्कीट निशानेबाज हैं। अमरीका में बंदूक नियंत्रण कानून की कड़ी आलोचक और डोनाल्ड ट्रंप की धुर समर्थक हैं।