Edited By PTI News Agency,Updated: 02 Apr, 2021 11:21 PM
हरिद्वार, दो अप्रैल (भाषा) निर्मोही अखाड़े में बैरागी संतों द्वारा महाकुंभ मेला अधिकारी पर कथित हमले के एक दिन बाद शुक्रवार को अखाडे़ के एक संत द्वारा घटना पर खेद प्रकट किए जाने के साथ ही विवाद समाप्त हो गया ।
हरिद्वार, दो अप्रैल (भाषा) निर्मोही अखाड़े में बैरागी संतों द्वारा महाकुंभ मेला अधिकारी पर कथित हमले के एक दिन बाद शुक्रवार को अखाडे़ के एक संत द्वारा घटना पर खेद प्रकट किए जाने के साथ ही विवाद समाप्त हो गया ।
अखाडे़ में अव्यवस्थाओं को लेकर नाराज संतों ने बृहस्पतिवार देर शाम अपर मेला अधिकारी हरवीर सिंह पर कथित रूप से हमला बोल दिया था जिससे उनकी आंख में चोट लग गई थी । शुक्रवार को अखाडे़ पहुंचने पर संत राजेंद्र दास ने उनसे खेद प्रकट किया और बाद में संतों ने उनका फूलमाला डालकर स्वागत किया ।
सिंह ने कहा कि उनकी प्राथमिकता सकुशल मेला सम्पन्न कराना है। उन्होंने कहा, ' धक्का मुक्की पर संतो द्वारा खेद प्रकट करने के बाद विवाद समाप्त हो गया है। सबको मिलकर कुंभ को निर्विघ्न संपन्न कराना है ।'
हांलांकि, इसके बावजूद अखाड़ा परिषद ने बृहस्पतिवार को घटी घटना की जांच के लिए समिति का गठन कर दिया है । दूसरी ओर प्रदेश के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने अपर मेला अधिकारी से फ़ोन पर बात की।
इस बीच, संतों के इस आचरण की निंदा करते हुए कई संगठनों ने कुंभ पुलिस महानिरीक्षक संजय गुंज्याल से मिलकर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की भी मांग की ।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।