Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 Nov, 2017 12:42 PM
यूनीक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) ने आधार एक्ट के उल्लंघन के लिए भारती एयरटेल के खिलाफ जांच का आदेश दिया है। साथ ही आरोप है कि कस्टमर्स ने मोबाइल नंबर का आधार वेरिफिकेशन कराया, उसी दौरान कंपनी ने कस्टमर्स के एयरटेल पेमेंट्स बैंक में...
नई दिल्लीः यूनीक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) ने आधार एक्ट के उल्लंघन के लिए भारती एयरटेल के खिलाफ जांच का आदेश दिया है। साथ ही आरोप है कि कस्टमर्स ने मोबाइल नंबर का आधार वेरिफिकेशन कराया, उसी दौरान कंपनी ने कस्टमर्स के एयरटेल पेमेंट्स बैंक में चुपके से अकाउंट ओपन कर दिए।
यह मामला तब सामने आया जब एलपीजी सब्सिडी का अमाउंट उनकी ओर से निर्धारित बैंकों के सेविंग अकाउंट की जगह एयरटेल पेमेंट्स में जमा होने लगा वहीं, ज्यादातर कस्टमर्स ने ऐसे पेमेंट ट्रांसफर होने की शिकायत की और कहा कि वह एयरटेल पेमेंट्स बैंक अकाउंट के बारे में उन्हे कोई जानकारी नहीं है। साथ ही कस्टमर्स ने आरोप लगाया कि उन्होंने एयरटेल पेमेंट बैंक में अकाउंट ओपन करने की अनुमति नहीं दी है।
एयरटेल को showcause नोटिस हुआ जारी
सूत्रों के अनुसार कंपनी के खिलाफ जांच के आदेश दिए गए हैं क्योंकि पहली नजर में शिकायत सही पाई गई ह। वहीं, एक सूत्र ने कहा, “दोषियों की प्रकृति गंभीर है। पहली नजर में यह ट्रस्ट और अनुबंध का उल्लंघन है और आधार एक्ट के प्रावधानों का उल्लंघन है।”केंद्र सरकार के डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) योजना के तहत भेजे जाने वाले सब्सिडी की राशि 40 करोड़ रुपए से अधिक है। शिकायत की सूचना मिलने के बाद UIDAI ने पहले एयरटेल को showcause नोटिस जारी किया।
क्या कहना है UIDAI के CEO का
जब UIDAI के CEO अजय भूषण पाण्डेय से संपर्क किया, तो उन्होंने कहा कि आधार वेरिफिकेशन प्रोसेस के दौरान “कुछ दूरसंचार कंपनियों” के खिलाफ गलत तरीके से शिकायतें मिली हैं।उन्होंने बताया है कि, “हमने इस मामले की जांच का आदेश दिया है। अगर जांच पूरी तरह से सही साबित हुई, तो यह एक गंभीर मामला होगा।” एयरटेल के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी द्वारा किसी भी तरह की गड़बड़ी नहीं की गई है। साथ ही उन्होंने कहा है कि वह अपने रिटेल पार्टनर के साथ काम कर रहे है, ताकि ट्रांसपरेंसी सुनिश्चित हो सके।