Edited By ,Updated: 04 Sep, 2016 02:42 PM
इस साल बेहतर मानसून से अगली 2 तिमाहियों में कृषि आधारित उद्योग तथा कंपनियों की बिक्री तथा उनका मुनाफा 15 से 45 प्रतिशत के बीच बढऩे की उम्मीद है।
नई दिल्लीः इस साल बेहतर मानसून से अगली 2 तिमाहियों में कृषि आधारित उद्योग तथा कंपनियों की बिक्री तथा उनका मुनाफा 15 से 45 प्रतिशत के बीच बढऩे की उम्मीद है। उद्योग संगठन एसोचैम की एक अध्ययन रिपोर्ट में कहा गया है कि मानसून अच्छा रहने से पूरी ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सुधार आएगा। पिछले 2 साल मानसून में औसत से कम बारिश हुई थी जिसने ग्रामीण अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ दी थी। उसने बताया कि इसका फायदा महिंद्रा एंड महिंद्रा, रैलिस इंडिया तथा जैन इरिगेशन जैसे कई मझौली तथा बड़ी कंपनियों को मिल सकता है जो सीधे कृषि क्षेत्र से जुड़े कारोबार करती हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, "सिंचाई, कृषि उपकरण जैसे ट्रैक्टर आदि, बीज तथा खाद्य प्रसंस्करण के कारोबार से जुड़ी कंपनियों को पर्याप्त वर्षा का लाभ होगा।" कृषि के लिए जरूरी सामान जैसे उर्वरक, बीच, कृषि उपकरण आदि की मांग बढ़ेगी। साथ ही किसानों की आमदनी भी बढ़ेगी जिससे ग्रामीण मांग में इजाफा होगा। अध्ययन पत्र में कहा गया है कि अच्छे मानसून के बाद महिंद्रा के ट्रैक्टरों की मांग बढऩे की उम्मीद है। चालू वित्त वर्ष की अंतिम 2 तिमाही के दौरान सितंबर से मार्च के बीच उसकी बिक्री में कम से कम 15 प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद है। ट्रैक्टर तथा उपकरण बनाने वाली अन्य कंपनियों जैसे एस्कॉर्ट्स और वीसटी टिलर्स ट्रैक्टर्स की भी आमदनी तथा मुनाफा बढऩे की उम्मीद है।