Edited By ,Updated: 01 Oct, 2016 11:46 AM
माता मनसा देवी पूजा स्थल बोर्ड की ओर से अश्विन नवरात्र मेला प्रथम अक्तूबर से शुरू हो रहा है जो 10 अक्तूबर तक चलेगा।
पंचकूला, (मुकेश/मीनाक्षी): माता मनसा देवी पूजा स्थल बोर्ड की ओर से अश्विन नवरात्र मेला प्रथम अक्तूबर से शुरू हो रहा है जो 10 अक्तूबर तक चलेगा। डी.सी. एवं माता मनसा देवी पूजा स्थल बोर्ड की मुख्य प्रशासक डा. गरिमा मित्तल ने बताया कि जिला प्रशासन एवं माता मनसा देवी पूजा स्थल बोर्ड की ओर से माता मनसा देवी मंदिर व काली माता देवी मंदिर परिसर में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए है। जिला पुलिस प्रशासन की ओर से मेला क्षेत्र में 16 नाके लगाए गए है, जो असामाजिक तत्वों पर निगरानी रखेंगे और इन पर एस.पी. स्तर के अधिकारी तैनात किए गए है। इसके अलावा डी.एस.पी., निरीक्षक अधिकारी व कमांडो को तैनात किया गया है। असामाजिक तत्वों पर निगरानी रखने के लिए मेला क्षेत्र 32 सी.सी.टी.वी. लगाए गए हैं। इसके अलावा 16 कैमरे पार्किंग एवं संवेदनशील स्थानों पर लगाए गए हैं।
होम गार्ड्स को भी तैनात किया गया :
इसके अलावा डी.एस.पी., निरीक्षक अधिकारी व कमांडो को तैनात किया गया है। असामाजिक तत्वों पर निगरानी रखने के लिए मेला क्षेत्र 32 सी.सी.टी.वी. कैमरे लगाए गए है। इसके अलावा 16 कैमरे पार्किंग एवं संवेदनशील स्थानों पर लगाए गए है। होम गार्ड को भी तैनात किया गया है। बोर्ड की ओर से पुराने हनुमान मंदिर व शिव मंदिर का नवीनीकरण प्राइवेट डोनेशन से किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार कमल सरोवर का नवीनीकरण भी प्राइवेट डोनेशन से करवाया गया। सभी पार्कों से झाडिय़ों को साफ किया गया है। मंदिर को गुलाब के फूलों से सजाने के लिए पूना से फूलों को मंगवाया गया है। श्रद्धालुओं को खाने पीने की सुविधा के लिए भंडारे लगाए गए है, जिनमें 50 हजार से लेकर 2 लाख से अधिक श्रद्धालु प्रतिदिन भोजन ग्रहण कर सकते है।
सफाई कर्मचारी भी किए नियुक्त :
इन सब सुविधाओं के साथ साथ फायर फायटिंग की भी व्यवस्था की गई है। दोनो मंदिर परिसरों में साफ सफाई के लिए 110 अतिरिक्त सफाई कर्मचारी नियुक्त किए गए है। स्थायी व अस्थायी शौचालयों का निर्माण करवाया गया है ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। पीने के पानी के लिए 10 जगहों पर टूटियों की व्यवस्था की है। इसके लिए चार लाख लीटर वाटर टैंक तैयार किया गया है। मेला क्षेत्र में खाने की चीजों व प्रसाद इत्यादि में किसी प्रकार की मि