Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Oct, 2017 12:12 PM
पंजाब शिक्षा विभाग से संबंधित दफ्तरी स्टाफ भी शुक्रवार को अपनी मांगों को लेकर पंजाबभर में सड़कों पर उतर गया और राज्य सरकार के खिलाफ अपने गुस्से का इजहार किया। मिनिस्टीरियल स्टाफ एसोसिएशन के आहवान पर पंजाब भर में दफ्तरी कर्मियों ने सामूहिक अवकाश लेकर...
चंडीगढ़(भुल्लर) : पंजाब शिक्षा विभाग से संबंधित दफ्तरी स्टाफ भी शुक्रवार को अपनी मांगों को लेकर पंजाबभर में सड़कों पर उतर गया और राज्य सरकार के खिलाफ अपने गुस्से का इजहार किया। मिनिस्टीरियल स्टाफ एसोसिएशन के आहवान पर पंजाब भर में दफ्तरी कर्मियों ने सामूहिक अवकाश लेकर जिला स्तर पर रोष रैलियां व प्रदर्शन किए।
इस दौरान स्टाफ के तबादलों संबंधी 2 वर्ष की स्टे वाले पत्र की प्रतियां जलाकर इसे वापस लेने की मांग की गई। एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष लखवीर सिंह ने बताया कि 4 अक्तूबर को शिक्षा सचिव से बैठक सुबह 11 बजे तय हुई थी परंतु यह शाम 5 बजे के बाद की गई। इसमें भी मांगों पर कोई ठोस जवाब नहीं मिला।
इसी तरह इससे पहले 24 अगस्त व 7 सितम्बर को बैठकें रखी गई थीं, जो की ही नहीं गई। जिस कारण एसोसिएशन के राज्यभर से आए प्रतिनिधि निराश लौटे। इस बात पर भी रोष जताया कि शिक्षा मंत्री ने तो अभी तक बातचीत का समय तक नहीं दिया। शिक्षा सचिव के रवैए को भी गलत बताते हुए कहा गया कि स्टाफ को बिना वजह परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं। उन्होंने कहा कि एक विभाग में एक जैसी हिदायतें ही लागू होनी चाहिएं, जबकि दफ्तरी स्टाफ के लिए अलग मापदंड अपनाए जा रहे हैं।