Edited By ,Updated: 17 Jan, 2017 10:26 PM
जिला अदालत में एक सिविल जज पर वकील से दुव्र्यवहार का आरोप लगाते हुए डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के वकीलों ने कोर्ट रूम के बाहर नारेबाजी की उनकी कोर्ट का पूरे दिन बहिष्कार किया।
चंडीगढ़, (संदीप): जिला अदालत में एक सिविल जज पर वकील से दुव्र्यवहार का आरोप लगाते हुए डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के वकीलों ने कोर्ट रूम के बाहर नारेबाजी की उनकी कोर्ट का पूरे दिन बहिष्कार किया। बाद में सभी वकील सेशन जज से मिले और उन्हें मामले से अवगत कराया। सेशन जज ने वकीलों को मामले में पूर्ण सहयोग करने का आश्वासन दिया है। वहीं, बार एसोसिएशन ने बुधवार को जनरल हाऊस की मीटिंग बुलाई है। इसके बाद ही आगे की रणनीति तय की जाएगी।
यह है मामला
बार एसोसिएशन के प्रधान एडवोकेट रविंदर सिंह जौली के अनुसार पूर्व सेक्रैटरी सुनील हंस की ओर से उन्हें दी गई शिकायत में कहा गया है कि मंगलवार सुबह सिविल कोर्ट में एक चेक बाऊंस के केस की सुनवाई थी। मामले में दोनों पक्षों में समझौता हो गया था। उसी दौरान वह दूसरी कोर्ट में पेशी पर व्यस्त थे इसलिए उन्होंने जूनियर एडवोकेट से मैसेज भिजवा दिया। आरोप के अनुसार इस पर जज भड़क गईं और मामले को उसी समय तय करने की बात कही। साथ ही समझौता होने के बावजूद आरोपी को सजा सुना दी।
इसकी जानकारी मिलने पर सुनील हंस सिविल जज की कोर्ट में पहुंचे और मामले को लेकर उनसे बात की। इस पर जज ने उनसे अभद्र व्यवहार किया। एडवोकेट ने उनके व्यवहार को लेकर बार एसोसिएशन को अवगत कराया। इसके बाद सभी वकील उक्त कोर्ट के बाहर पहुंच गए और प्रदर्शन शुरू कर दिया। साथ ही कोर्ट रूम का दरवाजा बाहर से बंद कर दिया। इसके बाद सभी वकीलों ने पूरे दिन उस जज की अदालत का बहिष्कार किया।
इसके बाद बार एसोसिएशन के प्रधान और अन्य वकीलों के साथ सेशन जज से मिले और उन्हें मामले से अवगत कराया। सेशन जज की ओर से मामले में कार्रवाई के लिए वक्त मांगने के बाद सभी वकील शांत हुए। वहीं, प्रधान रविंदर सिंह जौली के अनुसार बुधवार को बार की जनरल हाऊस की मीटिंग बुलाई गई है। इसमें सर्वसम्मति से से जो भी फैसला लिया जाएगा, उसके तहत आगे की कार्रवाई की जाएगी।