Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Nov, 2017 12:25 AM
शहर में लगने वाली अपनी मंडी को लेकर निगम की ओर से गठित कमेटी की आज यहां हुई बैठक में मेयर को बताया गया कि मसले को लेकर पुलिस और निगम के इनफोर्समैंट विंग को भी सूचित किया जाता रहा है, लेकिन निर्धारित समय से बाद भी यह मंडियां लगी रहती है लेकिन कोई...
चंडीगढ़, (राय): शहर में लगने वाली अपनी मंडी को लेकर निगम की ओर से गठित कमेटी की आज यहां हुई बैठक में मेयर को बताया गया कि मसले को लेकर पुलिस और निगम के इनफोर्समैंट विंग को भी सूचित किया जाता रहा है, लेकिन निर्धारित समय से बाद भी यह मंडियां लगी रहती है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती।
मेयर को यह भी बताया गया कि मंडी में ग्राहकों को धोखे में रखने के लिए रंग-बिरंगी लाइट भी लगाई जाती है, ताकि खराब सब्जी और फलों पता न चल सके।
पार्षद चंद्रावती शुक्ला के मुताबिक वह सैक्टर-45 में रहती हैं वहां लगने वाली मंडी रात 11 से 12 बजे तक संचालित रहती है। जिनका आरोप है कि सप्ताह में मंडी लगने से एक दिन पहले ही इसकी तैयारी शुरू हो जाती है। जबकि मंडी का समय सुबह 8 बजे से रात्रि 9 बजे तक का है।
देर रात्रि तक चलने वाली मंडी से आसपास का माहौल भी डिस्टर्ब रहता है, बल्कि अतिक्रमण भी बना रहता है।
मेयर ने देर रात्रि तक चलने वाली अपनी मंडी को लेकर एस.एस.पी. को सूचित कर कार्रवाई को कहा है। उन्होंने मसले पर इनफोर्समैंट विंग को भी उन मंडी में कार्रवाई के आदेश दिए है जो निर्धारित समय से देर रात्रि तक संचालित रहती हैं। मेयर ने देर रात्रि तक संचालित मंडी में बैठे वैंडर्स को हटाने को कहा है।
वर्ष में सिर्फ बार कमेटी की बैठक :
अपनी मंडी को लेकर निगम की ओर से गठित कमेटी की सिर्फ मुश्किल से एक बार बैठक हो सकी है। यही वजह है कि मंडी को लेकर शिकायत सामने आई हैं।