Edited By ,Updated: 20 Dec, 2016 07:36 AM
नगर निगम चुनावों में सोमवार को मलोया के एक बूथ पर हुए पुनर्मतदान के बाद मतदान 59.54 प्रतिशत रहा। इस दौरान उन 183 मतदाताओं को वोट नहीं डालने दिया गया, जिन्होंने रविवार को मतदान किया था।
चंडीगढ़ (राय): नगर निगम चुनावों में सोमवार को मलोया के एक बूथ पर हुए पुनर्मतदान के बाद मतदान 59.54 प्रतिशत रहा। इस दौरान उन 183 मतदाताओं को वोट नहीं डालने दिया गया, जिन्होंने रविवार को मतदान किया था। इस कारण लोगों ने पोलिंग स्टेशन के बाहर हंगामा किया। वहीं चुनाव आयोग ने 685 वोट की जगह 703 मतदान करवाने में चार कर्मचारियों को दोषी करार दिया है। आयोग ने इन्हें निलंबित कर दिया है। इसमें तीन कर्मचारी पीयू के हैं।
वार्ड नंबर-7 के बूथ नंबर-14 में सोमवार को हुए मतदान के बाद उस वार्ड में मतदान 71.48 प्रतिशत रहा। प्रशासन की तमाम कोशिशों के बावजूद शहर में गत चुनावों की अपेक्षा इस बार मतदान .30 प्रतिशत कम रहा। निगम चुनाव की मतगणना के लिए 7 मतगणना केंद्र स्थापित किए गए हैं। मतगणना प्रात: 9 बजे आरंभ होगी व एक-एक वार्ड कर मतगणना होगी। आयोग के अनुसार एक वार्ड की गणना में एक से दो घंटे का समय लग सकता है। अत: दोपहर तक 122 प्रत्याशियों के भविष्य का फैसला हो जाएगा।
2011 में हुआ था सबसे अधिक मतदान : चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में आज तक सबसे अधिक मतदान वर्ष 2011 में हुआ। इन चुनावों में 59.84 प्रतिशत मतदान हुआ था, जबकि सबसे अधिक मतदाता 2001 में थे। इन चुनावों में शहर में 5,48,205 मतदाता थे। वर्ष 1996 से अब तक चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में मतादाताओं की संख्या 4,08,590 थी व मतदान का प्रतिशत 45.77 रहा था। वर्ष 2001 के चुनाव में निगम का दायरा तो नहीं बढ़ा पर मतदाताओं की संख्या बढ़ कर 5,48,205 हो गई। इस वर्ष मात्र 31.80 प्रतिशत लोगों ने ही मतदान किया।
वर्ष 2006 के चुनाव से पहले प्रशासन ने निगम को पांच गांव सौंप दिए व निगम का क्षेत्र बढ़ गया। इसके बावजूद भी शहर में निगम चुनाव में मतादाताओं की संख्या कम हो गई। इन चुनावों में कुल 5,32,704 मतदाता थे व 45.12 प्रतिशत ने मतदान किया था। वर्ष 2011 में निगम चुनाव के मतदाता घट कर 4,99,948 रह गए व इनमें से 59.84 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया था। इस बार 507623 मतदाता थे व 59.54 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया।
685 वोट, लेकिन 703 मतदान
बूथ नंबर-14 में कुल 680 मतदाता का नाम सूची में है, लेकिन रविवार को हुए मतदान में 703 वोट डाले गए थे। इस कारण चुनाव आयोग के अधिकारियों को संदेह हुआ। इसके बाद पता चला कि जिन मतदाताओं के नाम सूची से काट दिए गए थे, उनके वोट भी डाल दिए गए। खुडा जस्सू में नियुक्त टीजीटी टीचर मिलाप चंद के अलावा पीयू के सीनियर सहायक लक्ष्मण सिंह, जूनियर टेक्नीशियन जगदीश सिंह और क्लर्क राजेंद्र सिंह को चुनाव आयुक्त ने निलंबित कर दिया है। अध्यापक मिलाप चंद मलोया के बूथ नंबर-14 में पीठासीन अधिकारी थे।