Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Oct, 2017 01:42 PM
पी.जी.आई. में हर साल हजारों स्टूडैंट एंट्रैंस एग्जाम देने आते हैं, जिसके लिए ...
नई दिल्ली: (रवि पाल) पी.जी.आई. में हर साल हजारों स्टूडैंट एंट्रैंस एग्जाम देने आते हैं, जिसके लिए शहर में सैंटर्स बनाए जाते हैं। हालांकि 2018 से एग्जाम के लिए स्टूडैंट्स को चंडीगढ़ आने की जरूरत नहीं पड़ेगी। स्टूडैंट्स अपने शहर में ही पी.जी.आई. का एंट्रैंस एग्जाम दे सकेंगे। देखा जाए तो हर वर्ष करीब 30 हजार से ज्यादा स्टूडैंट्स पी.जी.आई. के लिए अप्लाई करते हैं।
स्टूडैंट्स की सहूलियत के लिए पी.जी.आई. सभी कोर्सेज का एंट्रैंस एग्जाम ऑनलाइन करने जा रहा है। अभी तक कोर्स का एप्लीकेशन फॉर्म व फीस ही ऑनलाइन थी, लेकिन अब एग्जाम भी ऑनलाइन किया जा रहा है। पी.जी.आई. स्कूल ऑफ पब्लिक हैल्थ के हैड व एकैडमिक डीन प्रो. राजेश कुमार के मुताबिक इस योजना पर काम शुरू हो चुका है व उम्मीद है कि अगले सैशन से इसे शुरू कर दिया जाएगा।
अब तक का बड़ा फैसला
पी.जी.आई. निदेशक प्रो. जगत राम ने एकैडमिक सैक्शन को और ज्यादा मजबूत करने के लिए एकैडमिक सैक्शन का अलग से डीन नियुक्त करने का फैसला लिया था। अगस्त में ही प्रो. राजेश कुमार को यह जिम्मेदारी सौंपी गई। प्रो. कुमार की मानें तो कई कोर्सों में सीटें बढ़ाने से लेकर दूसरे कई काम वक्त-वक्त पर किए जाते रहे हैं, लेकिन ऑनलाइन एंट्रैंस एग्जाम का फैसला काफी बड़ा है।
हर वर्ष 15 से 20 हजार स्टूडैंट्स देते हैं एंट्रैंस टैस्ट
प्रो. जगत राम के मुताबिक पी.जी.आई. में एम.डी., एम.एस.,एम.सी.एच., डी.एम. समेत कई कोर्स करवाए जाते हैं। गवर्निंग बॉडी में वक्त-वक्त पर नए बदलाव किए जाते हैं। पी.जी.आई. में जुलाई सैशन के लिए हर वर्ष 15 से 20 हजार स्टूडैंट्स एंट्रैंस टैस्ट देते हैं। वहीं विंटर सैशन यानी जनवरी में 15 हजार स्टूडैंट्स एग्जाम देते हैं। पी.जी.आई. नॉर्थ का सबसे बड़ा संस्थान है, अगर यह सुविधा यहां शुरू होती है तो यह पी.जी.आई. के लिए बड़ी बात है। स्टूडैंट्स दूरदराज से एग्जाम देने चंडीगढ़ आते हैं और इसके शुरू होने से स्टूडैंट्स को भी काफी राहत मिलेगी और वह अपने ही शहर में एंट्रैंस एग्जाम दे पाएंगे।