Edited By ,Updated: 09 Dec, 2015 03:31 PM
पान कई बीमारियों का नाश करता है। हम यह बात मान सकते है कि पान के पत्तों में सुपारी, तंबाकू, चूना आदि लगा कर खाने से स्वास्थ संबंधी बीमारी हो सकती है।
पान कई बीमारियों का नाश करता है। हम यह बात मान सकते है कि पान के पत्तों में सुपारी, तंबाकू, चूना आदि लगा कर खाने से स्वास्थ संबंधी बीमारी हो सकती है। लेकिन आगर आप केवल पान के पत्तें का इस्तेमाल करते है तो यह काफी लाभकारी हो सकता है। इसे खानें से गंभीर से गंभीर बीमारियों से निजात मिल सकता है। इसमें कई तरह के एंटीसेप्टिक गुण छिपे हैं।
जानिए किस बीमारी में कैसे असरदार हैं पान के पत्ते...
* पाचन में सुधार:- पान के पत्ता का वैसे माउथ फेशनर की तरह इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन इसे चबाने से हमारें लिए कापी फायदेमंद हो सकता है। जब हम इसे चबा कर खाते है तब हमारी लार ग्रंथि पर असर पड़ता है। इससे सलाइव (saliva) लार बनने में मदद मिलती है। जो हमारी पाचन तंत्र के लिए बहुत ही जरुरी है। अगर आपने भारी भोजन भी कर दिया है उसके बाद आप पान खा लें। इससे आपको भोजन आसानी से पच जाएगा।
* मुंह के कैंसर से बचाव:- पान सिर्प छोटी बीमारियों के लिए ही लाभकारी नही हा बल्कि गंभीर बीमारियों के लिए फायदेमंद है। पान के पत्ते को चबाने से मुंह के कैसंर से बचा जा सकता है।
* माउथ-फ्रेशर:- पान के पत्तों में कई ऐसे यौगिक होते हैं जो सांसों में बदबू को खत्म करता है। इसके अलावा पान में लौंग, सौंफ, इलायची जैसे विभिन्न मसाले मिलने से ये एक बेहतरीन माउथ-फ्रेशर भी बन जाता है।
* सेक्स पावर:- पान को सेक्स का सिंबल भी माना जाता है। सेक्स संबंध से पहले खाने से इस क्रिया का अधिक सुख लिया जा सकता है। इसलिए नए जोड़े को पान खिलाने की परंपरा भी काफी पुरानी है, इसलिए इसे खाने को दिया जाता है।
* मसूड़ों में सूजन या गांठ आ जाने पर:- अगर आपको मसूड़ों में गांठ, सूजन जा फिर खून आ रहा हो तो इसके लिए पान के पत्तों को पानी में उबालकर उन्हें मैश कर लें। इन्हें मसूड़ों पर लगाने से खून बहना बंद हो जाता है।
* गैस्ट्रिक अल्सर:- पान के पत्ते के रस को गैस्ट्रोप्रोटेक्टिव गतिविधी के लिए भी जाना जाता है जिससे गैस्ट्रिक अल्सर को रोकने में मदद मिलती है।
* मसा का उपचार:- पान के पत्तों से कब्ज दुर होती है इस दवा के इस्तेमाल से बिना कोई निशान छाेड़े मसा को पूरी तरह से सही किया जा सकता है।
* बाल तोड़ में सहायक:- इसका आयुर्वेद में बाल तोड़ फोड़े-फुंसी के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाता है। पान के पत्ते गरम करके उसमें आरंडी का तेल लगाकर फोड़े पर लगाने से आराम मिलता है।
* मधुमेह:-पान पर अध्ययन यह दिखाते हैं, कि इसमें मधुमेह रोधी गुण होते हैं और यह इसके उपचार में मदद करता है।
* खांसी करे सही:- पान के पत्ते में शहद लगाकर खाने से खांसी में आराम मिलता है। इसके अलावा इससे छाती से बलगम दूर किया जा सकता है।
* सिरदर्द में राहत:- पान के पत्ते की एनाल्जेसिक और ठंडी विशेषताओं की वजह से ऊपर से लगाने में यह तेज सिर दर्द से राहत दिलाने में मदद करेगा
* घाव भरने में सहायक:- अगर पान के कुछ पत्तों का रस चोट पर लगायें और पान का पत्ता रख कर पट्टी बांध दें, तो चोट 2-3 दिन में ठीक हो जाती है।
* कब्ज करेगा सही:- पान के पत्ते के डंठल को आरंडी के तेल में मिलाकर खाने से कब्ज से राहत पाई जा सकती है। इसके अलावा पान के पत्ते के साथ फ्लैक्सीड, त्रिफला और नींबू के सेवन से भी कब्ज का इलाज किया जा सकता है।