अब भारतीय यात्रियों का अमेरिका में प्रवेश होगा आसान

Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Jun, 2017 05:22 PM

america  donald trump  narendra modi

अमेरिका जाने वाले भारतीय यात्रियों को अब वहां पहुंचने के बाद प्रवेश को लेकर कोई समस्या नहीं होगी और आसानी से यहां प्रवेश कर सकेंगे। इसका कारण भारत का अमेरिकी पहल वाले कार्यक्रम में औपचारिक रूप से शामिल होना है।

वाशिंगटन: अमेरिका जाने वाले भारतीय यात्रियों को अब वहां पहुंचने के बाद प्रवेश को लेकर कोई समस्या नहीं होगी और आसानी से यहां प्रवेश कर सकेंगे। इसका कारण भारत का अमेरिकी पहल वाले कार्यक्रम में औपचारिक रूप से शामिल होना है। हालांकि इसमें वही यात्री शामिल होंगे जिनको लेकर कोई संदेह नहीं है।  राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के इंटरनेशनल एक्सीपेडेट ट्रैवलर इनीशिएटिव (ग्लोबल एंट्री प्रोग्राम) में प्रवेश का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि यह भारत और अमेरिकी नागरिकों के बीच व्यापार और शैक्षणिक संबंधों को सुगम बनाएगा। 
PunjabKesari
ट्रंप और मोदी के बीच बातचीत के बाद जारी संयुक्त बयान में कहा गया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारतीयों और भारतीय अमेरिकियों की उद्यमशीलता और नवप्रवर्तन की सराहना की जिससे दोनों देशों को लाभ हुआ। भारत जिस कार्यक्रम से जुड़ा है, स्विट्जरलैंड और ब्रिटेन उससे पहले से जुड़े हैं। ग्लोबल एंट्री अमेरिकी कस्टम और बोर्ड प्रोटैक्शन (सीबीपी) कार्यक्रम का हिस्सा है जो अमेरिका पहुंचने वाले भारतीयों को यथाशीघ्र प्रवेश की अनुमति देता है। इसका फायदा उन नागरिकों को मिलेगा जिनको लेकर कोई संदेह नहीं है। 
PunjabKesari
चुनिंदा हवाईअड्डों पर पहुंचने के बाद कार्यक्रम से जुड़े सदस्यों को आव्रजन अधिकारियों द्वारा आव्रजन मंजूरी के लिए कतार में लगने के बजाए आटोमेटिक कियोस्क के उपयोग की अनुमति होगी और वे उसके जरिये अमेरिका में प्रवेश कर सकेंगे।  हवाईअड्डों पर सदस्य ग्लोबल एंट्री कियोस्क पर पहुंचेंगे और अपना मशीन द्वारा पढऩे योग्य पासपोर्ट या अमेरिका स्थायी निवासी कार्ड पेश करेंगे, अंगुली निशान के सत्यापन के लिए कियोस्क पर अंगुली लगाएंगे और कस्टम प्रक्रिया पूरी करेंगे।  उसके बाद कियोस्क यात्री को रसीद जारी करेगा और सामान के दावे तथा और बाहर निलने का निर्देश देगा। सीबीपी की वेबसाइट के अनुसार इसके लिए यात्रियों को वैश्विक प्रवेश कार्यक्रम के लिए पहले से मंजूरी ली होनी चाहिए। सभी आवेदनकर्ताओं को इसमें नाम दर्ज कराने के लिये कठिन जांच प्रक्रिया और साक्षात्कार से गुजरना होगा। 
PunjabKesari
हालांकि इसके अनुसार ग्लोबल एंट्री का लक्ष्य यात्रियों के अमेरिका प्रवेश को आसान बनाना है, लेकिन इसके बावजूद संबंधित सदस्यों से आगे की पूछताछ की जा सकती है। इस सुविधा के लिये जिन हवाईअड्डों का चयन किया गया है, उसमें न्यूयार्क, नेवार्क, वाशिंगटन आस्टिन, डल्लास, ह्यूस्टन, बोस्टन, शिकागो, सैन फ्रांसिस्को, लॉस एंजलिस , लास वेगास, मियामी और सिएटल शामिल हैं। अमेरिकी हवाईअड्डों के अलावा, आयरलैंड में डबलिन, कनाडा में वैंकुवर और टोरोंटो तथा अबू धाबी भी सूची में शामिल है। यात्री इन हवाईअड्डों पर अमेरिकी आव्रजन मंजूरी ले सकते हैं और वह अमेरिका की यात्रा वैसे ही कर सकते हैं जैसा कि घरेलू यात्रा करते हैं।  

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!