Edited By ,Updated: 29 Mar, 2015 06:02 PM
सीरिया में जारी गृहयुद्ध और आतंकी संगठन आईएस के बढ़ते प्रभाव का बुरा असर वहां के मासूम बच्चों पर भी पड़ रहा है।
दमिश्क: सीरिया में जारी गृहयुद्ध और आतंकी संगठन आईएस के बढ़ते प्रभाव का बुरा असर वहां के मासूम बच्चों पर भी पड़ रहा है। जानकारी के मुताबिक, खेलने कूदने की उम्र में ये बच्चे बम धमाकों और हथियारों के साये में जी रहे हैं। जिस उम्र में बच्चों को मस्ती के अलावा किसी चीज की खबर नहीं होती, उस उम्र में ये मासूम हर दिन धमाकों, गोलियों के शोर सुन रहे है। जिसका नाकारात्मक असर उनके मन पर पड़ रहा है।
हाल ही में नादिया अबु शाहबान नाम की एक फोटोजर्नलिस्ट ने सीरिया में रह रही एक बच्ची की तस्वीर पोस्ट की, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। फोटो जर्नलिस्ट के मुताबिक, इस तस्वीर में एक चार साल की बच्ची सरेंडर करती दिख रही है, जो कैमरे को बंदूक समझकर अपने दोनों हाथ ऊपर उठा लेती है। इस तस्वीर से ही आप ये अंदाजा लगा सकते है कि इन बच्चों में आतंकियों का कितना खौफ है।
बता दें कि सीरिया में एक तरफ बशर अल असद सरकार ने विद्रोहियों पर हवाई हमले शुरू कर दिए हैं। जबकि दूसरी तरफ आईएसआईएस का दायरा भी बढ़ा है। हाल ही में कुर्दिश लड़ाकों ने सीरिया के कोबानी शहर को आतंकियों के कब्जे से मुक्त कराया था, जो पहल आईएस आतंकियों का गढ़ बना हुआ था।