Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Aug, 2017 04:13 PM
हर किसी पर अपनी दादागिरी दिखाने वाले चीन को बोत्सवाना के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है...
नई दिल्ली: हर किसी पर अपनी दादागिरी दिखाने वाले चीन को बोत्सवाना के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है। बोत्सवाना के राष्ट्रपति इयान खामा ने चीन को साफ-साफ कह दिया कि उनका देश उसका गुलाम नहीं है और न ही उसकी धमकियों से डरने वाला है।
हाल ही में दलाई लामा के दौरे के विरोध में आई चीन की धमकी के बाद बोत्सवाना के राष्ट्रपति इयान खामा का एेसा बयान सामने आया है। हीरों की खानों के लिए मशहूर बोत्सवाना की आबादी दो मिलियन से भी कम है। आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा के प्रस्तावित दौरे को लेकर चीन और बोत्सवाना के बीच राजनयिक तनाव जारी है।
दरअसल दलाई लामा 17-19 अगस्त तक बोत्सवाना की राजधानी गेबोरोनी के दौरे पर जाने वाले थे। लेकिन दलाई लामा को पिछले हफ्ते अपना दौरा कैंसिल करना पड़ा। इसके पीछे उन्होंने जो वजह बताई उसमें उन्होंने कहा कि उनकी सेहत ठीक नहीं है और डॉक्टरों ने उन्हें ज्यादा लंबी यात्रा करने से मना कर दिया है।
हांलाकि दलाई लामा का ये दौरा निजी बताया गया, इसके बावजूद चीन इस दौरे का विरोध कर रहा था। चीन ने बोत्सवाना को धमकी देते हुए कहा था कि चीन के अहम मुद्दों का सम्मान करे और सही राजनीतिक फैसला ले। चीन की धमकियों को नजरअंदाज करते हुए बोत्सवाना दलाई लामा के स्वागत के लिए तैयारी कर रहा था। ऊधर राष्ट्रपति खामा ने कहा, 'मैं उम्मीद करता हूं कि वह जल्दी ठीक होंगे और एक बार वह ठीक हो जाएंगे तो निश्चित तौर पर बोत्सवाना में उनका स्वागत होगा।'