Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Feb, 2018 01:34 PM
ट्रूडो की पहली द्विपक्षीय भारत यात्रा के दौरान नई दिल्ली में तैनात कनाडाई उच्चायुक्त की ओर से अटवाल को दिए गए डिनर के निमंत्रण के मुद्दे पर विवाद गहराता जा रहा है। जस्टिन ट्रूडो की पत्नी सोफी ट्रूडो की खालिस्तानी आतंकी के साथ ली गई तस्वीर
टोरंटोः ट्रूडो की पहली द्विपक्षीय भारत यात्रा के दौरान नई दिल्ली में तैनात कनाडाई उच्चायुक्त की ओर से अटवाल को दिए गए डिनर के निमंत्रण के मुद्दे पर विवाद गहराता जा रहा है। जस्टिन ट्रूडो की पत्नी सोफी ट्रूडो की खालिस्तानी आतंकी के साथ ली गई तस्वीर वायरल होने के बाद से ही इस मुद्धे को हर जगह उठाया जा रहा है हालकि कैनडा के पी.एम जस्टिन ट्रूडो ने इस मामले पर सफाई दे दी है। अब खबरें यह है कि कनाडा की खुफिया एजेंसी ने प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की भारत यात्रा के दौरान उनके कार्यक्रमों में खालिस्तानी आतंकी जसपाल अटवाल की मौजूदगी के परिणामों के बारे में पहले ही चेता दिया गया था।
बता दें कि यह तस्वीर मुंबई के एक इवेंट में ली गई थी। 'खालिस्तानी समर्थक' कहे जाने वाले ट्रूडो के औपचारिक डिनर में भी अटवाल को इनवाइट किया गया था। बाद में मेहमानों के लिस्ट से जसपाल अटवाल का नाम हटा दिया गया था। अटवाल के बारे में आपको बता दें कि वह 1986 में वैंकूवर आइलैंड पर भारतीय कैबिनेट मंत्री मलकीयत सिंह सिंधू पर हुए जानलेवा हमले का आरोपी है। उस समय अटवाल कनाडा, अमेरिका, ब्रिटेन और भारत में एक आतंकी समूह के तौर पर बैन किए गए इंटरनैशनल सिख यूथ फेडरेशन का सदस्य था।
वहीं कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो का ने आज एक बार फिर दोहराया कि जो भी हुआ उसे सही नहीं ठहराया जा सकता। मैंने कल भी कहा था कि उस आदमी को डिनर के लिए न्योता नहीं दिया जाना चाहिए था। जिस एमपी ने इसकी जिम्मेदारी ली है, उससे मैं कनाडा पहुंचकर बात करूंगा। वहीं उन्होंने बताया कि पीएम मोदी से मुलाकात के दौरान इस मुद्दे पर कोई बात नहीं हुई।