Edited By ,Updated: 29 Oct, 2015 04:53 PM
ईरान में एक सम्मेलन में अपोजिट जेंडर के राइटर्स से हाथ मिलाने और कविताओं के जरिए देश की पवित्रता को नुकसान पहुंचाने के आरोप में दो कवियों को जेल और कोड़े मारे जाने की सजा सुनाई गई है।
तेहरान: ईरान में एक सम्मेलन में अपोजिट जेंडर के राइटर्स से हाथ मिलाने और कविताओं के जरिए देश की पवित्रता को नुकसान पहुंचाने के आरोप में दो कवियों को जेल और कोड़े मारे जाने की सजा सुनाई गई है।
फातिमा एख्तेसरी को साढ़े 11 साल और मेहंदी मोउसावी को 9 साल कैद की सजा सुनाई गई है। इसके अलावा, इन्हें 99 कोड़े भी मारे जाएंगे। फातिमा पेशे से आब्स्ट्रीट्रिशियन (प्रसूति-विज्ञानी) हैं। वहीं, मेहंदी डॉक्टर हैं। इन्हें लिटरेचर, पोएट्री और राइटिंग का शौक है। 2013 में हसन रुहानी के राष्ट्रपति बनने के कुछ महीनों बाद ही इन दोनों को गिरफ्तार किया गया था। हालांकि, इन दोनों राइटर्स की पोएट्री की किताबों को सरकार से मंजूरी मिली हुई थी।
साहित्य और अभिव्यक्ति की आजादी का प्रचार करने वाले संगठन फ्री एक्सप्रेशन प्रोग्राम के डायरेक्टर कारिन कारेलकर ने कहा, ''मुझे लगता है कि ईरान ज्यूडिशरी हमेशा ऐसे केस के इंतजार में रहती है, जिसके जरिए सख्त से सख्त सजा देकर समाज को एक कड़ा संदेश दिया जा सके।''