Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Nov, 2017 07:04 PM
पाकिस्तान के खूंखार जमात-उद-दावा के आतंकी हाफिज सईद को रिहा करते ही भारत समेत कई अंतरराष्ट्रीय संगठन इसका विरोध कर रहे हैं। अमरीकी विशेषज्ञों ने मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद की रिहाई की कड़ी निंदा करते हुए कहा था कि पाकिस्तान का प्रमुख...
इंटरनेशनल डेस्क: पाकिस्तान के खूंखार जमात-उद-दावा के आतंकी हाफिज सईद को रिहा करते ही भारत समेत कई अंतरराष्ट्रीय संगठन इसका विरोध कर रहे हैं। अमरीकी विशेषज्ञों ने मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद की रिहाई की कड़ी निंदा करते हुए कहा था कि पाकिस्तान का प्रमुख गैर-नाटो सहयोगी का दर्जा रद्द कर दिया जाना चाहिए।
शुक्रवार को प्रतिष्ठित अमरीकी थिंक टैंक काउंसिल ऑफ विदेश संबंध के अध्यक्ष रिचर्ड हास ने कहा कि पाकिस्तान कभी गैर-नाटो सहयोगी रहा ही नहीं है। रिचर्ड ने इसे रहस्य बताते हुए कहा कि पाकिस्तान हमेशा से ही आतंकवाद का समर्थन करता आ रहा है, इसलिए वो गैर-नाटो सहयोगी का दर्जा प्राप्त देश रहा ही नहीं है। इसे अब तक गैर-नाटो सहयोगी माना जाता गलत है।
रिचर्ड हास ने कहा कि पाकिस्तान ने वर्षों तक आतंकवादियों को सहारा व समर्थन दिया है। तालिबान जैसे आतंकी संगठनों को अपने देश में सुरक्षा भी उपलब्ध करवाता है। वहीं पाकिस्तान अपनी जमीन से ही आतंकवाद को पनाह देता है।
शीर्ष अमरीका आतंकवाद और दक्षिण एशियाई विशेषज्ञों ने भी 26/11 के मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के रिहाई पर नाराजगी जताते हुए पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया है।