Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Jan, 2018 01:21 PM
फिलिस्तीन ने भारत की दोस्ती की खातिर बड़ा कदम उठाया है। भारत की कड़ी आपत्ति के बाद फिलिस्तीन सरकार ने पाक में तैनात अपने राजदूत वालिद अबू अली को वापस बुला लिया है।...
मनीलाः फिलिस्तीन ने भारत की दोस्ती की खातिर बड़ा कदम उठाया है। भारत की कड़ी आपत्ति के बाद फिलिस्तीन सरकार ने पाक में तैनात अपने राजदूत वालिद अबू अली को वापस बुला लिया है। फिलिस्तीन विदेश मंत्रालय द्वारा जारी इस बयान में वहां की सरकार ने भारत के साथ अपने संबंधों को प्रगाढ़ और मित्रवत रखने की जरूरत की दुहाई दी।
अपने बयान में फिलिस्तीन सरकार ने कहा कि वो किसी भी हालात में भारत के साथ अपने संबंधों को बिगड़ने नहीं देखना चाहती। भारत ने फिलिस्तीन के अस्तित्व में आने के साल 1967 से हमेशा फिलिस्तीन का साथ दिया है। इतना ही नहीं अभी हाल में इस्राइल द्वारा यरूशलम को अपनी राजधानी घोषित करने के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र में आए प्रस्ताव में भारत सरकार ने फिलिस्तीन का साथ दिया। हम भारत के साथ अपनी दोस्ती का बहुत सम्मान करते हैं।
बयान में कहा गया कि फिलिस्तीन हमेशा आतंक के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ खड़ा है। ऐसे में हमारे पाक में तैनात राजदूत द्वारा रावलपिंडी में एक रैली में एक ऐसे शख्स के साथ मंच पर आना, जिस पर अनचाहे तौर पर गलती से आतंकी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप हो, गलत है। पाक में फिलीस्तीन के राजदूत वालिद अबू अली ने पाकिस्तान के शहर रावलपिंडी में आतंकी हाफिज सईद के संगठन की रैली में मंच साझा किया था।
मुंबई आतंकी हमलों के मास्टरमाइंड और भारत में लंबे समय से आतंकी गतिविधियों को अंजाम देते रहे पाक आतंकी हाफिज सईद की ये रैली शुक्रवार 29 दिसम्बर को रावलपिंडी शहर में आयोजित की गई थी। रावलपिंडी के लियाकत बाग में हुई इस रैली को एक पाक संगठन दिफाह-ए-पाकिस्तान काउंसिल ने आयोजित किया था।