Edited By ,Updated: 06 May, 2017 10:38 AM
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) अब पानी की समस्या से निपटने के लिए आइसबर्ग (बर्फ का टुकड़ा) का सहारा लेगा। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक अबुधाबी की...
अबु धाबी: संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) अब पानी की समस्या से निपटने के लिए आइसबर्ग (बर्फ का टुकड़ा) का सहारा लेगा। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक अबुधाबी की एक कंपनी ने आइसबर्ग से पीने का पानी निकालने की योजना बनाई है।
कंपनी ने बताया है कि इस योजना के तहत करीब 12,600 किलोमीटर दूर अंटार्टिक से आइसबर्ग खींचकर यूएई लाया जाएगा। एक आइसबर्ग से 10 लाख लोगों के लिए 5 साल तक पीने के पानी का इंतजाम किया जाएगा। कंपनी के मुताबिक इस प्रोजेक्ट की शुरुआत 2018 में की जाएगी।
पीने का पानी मिलेगा एेसे
एक आइसबर्ग को यूएई के समुद्री तट तक लाने में लगभग एक साल लगेंगे। उसके बाद आइसबर्ग को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर बॉक्स में भर दिया जाएगा। सूरज की गर्मी से जब बर्फ पिघलेगी तो उससे निकलने वाले पानी को एक अलग टैंक में इकट्ठा कर,फिर इस पानी को प्यूरीफॉई करके पीने के लिए प्रयोग किया जाएगा।
सूखाग्रस्त देशों की टॉप टेन लिस्ट में शामिल यूएई
बता दें कि संयुक्त अरब अमीरात में पानी की काफी समस्या है। इसका नाम सूखाग्रस्त देशों की टॉप टेन लिस्ट में है। जानकारी मुताबिक, आने वाले 25 वर्षों में यहां इतना सूखा पड़ सकता है कि लोगों का जीवन दूभर हो जाएगा।
इस योजना से बढ़ेगी बारिश की संभावना
रिपोर्ट के मुताबिक औसतन एक आइसबर्ग से 20 बिलियन गैलेन पानी निकाला जा सकता है। यूएई में जनसंख्या ज्यादा न होने के कारण इतना पानी वहां रहने वालों के लिए पर्याप्त होगा। यही नहीं जब आइसबर्ग को समुद्र तट के किनारे रखेंगे तो उससे वहां के वातावरण में भी नमी आएगी। इससे बारिश होने की संभावना बढ़ेगी।