Edited By ,Updated: 21 Mar, 2017 04:17 PM
अपनी तरह के अनूठे कदम के तहत अमरीका ने कश्मीर में आतंकवादी गतिविधि में शामिल रहे एक पाकिस्तानी-अमरीकी नागरिक की नागरिकता वापस लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है...
वाशिंगटन: अपनी तरह के अनूठे कदम के तहत अमरीका ने कश्मीर में आतंकवादी गतिविधि में शामिल रहे एक पाकिस्तानी-अमरीकी नागरिक की नागरिकता वापस लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है और साथ ही आतंकवाद के आरोपों पर उसे 20 वर्ष जेल की सजा भी सुनाई है। एमन फारिस नामक पाकिस्तानी अमरीकी नागरिक ने वर्ष 1999 में अमरीका की नागरिकता ली थी और वर्ष 2003 में उसे अलकायदा के समर्थन एवं सामग्री उपलब्ध कराने की साजिश रचने का दोषी ठहराया गया था तथा 20 साल कैद की सजा सुनाई गई थी।
संघीय वकील ने बताया कि अपने आवेदन में उसने खुलासा किया था कि वर्ष 1980 के दशक में वह कश्मीर में आतंकवादी गतिविधि में शामिल रहा था और हरकत-उल-जिहादी अल-इस्लामी से जुड़ा था। कल न्याय विभाग ने फारिस के खिलाफ शिकागो की संघीय अदालत में दीवानी कार्रवाई दायर करते हुए न्यायाधीश से उसकी नागरिकता खत्म का अनुरोध किया था। गिरफ्तारी से पहले तक फारिस (47) शिकागो का निवासी था।
ट्रंप प्रशासन में यह पहला एेसा ज्ञात मामला है जिसमें न्याय विभाग ने अमरीकी नागरिकता प्राप्त व्यक्ति की नागरिकता रद्द करने की पहल शुरू की है। दीवानी शिकायत में आरोप है कि फारिस ने अन्य का पासपोर्ट इस्तेमाल कर धोखाधड़ी की। कार्यकारी सहायक अटॉर्नी जनरल सी ए रीडलर ने कहा, ‘‘विभाग का ऑफिस ऑफ इमिग्रेशन लिटिगेशन फर्जी तरीके से अमरीका की नागरिकता हासिल करने वाले ज्ञात एवं संदिग्ध आतंकवादियों के खिलाफ नागरिकता प्रक्रिया पर नजर रखना जारी रखेगा।’’