Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Oct, 2017 01:09 PM
प्रकृति की भौगोलिक उथल-पुथल के रहस्यों को कोई नहीं समझ पाया। कई बार वैज्ञानिक भी इन रहस्यों में उलझ कर रह जाते हैं। कब, कौन सी प्रकृतिक आपदा आए और आबाद दुनिया को बर्बाद करके चली जाए कहा नहीं जा सकता...
रोमः प्रकृति की भौगोलिक उथल-पुथल के रहस्यों को कोई नहीं समझ पाया। कई बार वैज्ञानिक भी इन रहस्यों में उलझ कर रह जाते हैं। कब, कौन सी प्रकृतिक आपदा आए और आबाद दुनिया को बर्बाद करके चली जाए कहा नहीं जा सकता। ऐसा ही एक हादसा 31 मई 1970 को हुआ था पेरू के युंगे शहर में, जब एक-दो लोग नहीं बल्कि पूरा शहर जिंदा कब्रगाह में तब्दील हो गया था।
ब्राजील और इटली के बीच इस दिन फुटबाल मैच खेला जा रहा था। दोनों देश के खिलाड़ी एक-दूसरे के आमने-सामने थे। लोग मैच देखने में मशगूल थे तभी दोपहर के 3:23 बजे एक दर्दनाक हादसा हुआ जिसके बाद कोई मैच का रिजल्ट जानने के लिए जिंदा नहीं बचा। यहां हिरोशिमा और नागासाकी की तरह परमाणु विस्फोट नहीं हुआ था न ही हिटलर की तरह किसी तानाशाह ने यहां के लोगों को पल भर में गैस चैंबर में बंद करके मारा था।
यहां एक ऐसा विनाशकारी भूंकप आया था जिसके बाद पूरा शहर तहस-नहस हो गया। इस भूकंप की तीव्रता 8.0 रिक्टर स्केल की थी। यहां पल भर में 25,000 जिंदा लोग जमींदोज हो गए। वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया कि इस भूकंप का रेडियस लगभग 83,000 मील का था जिसकी वजह से एक खूबसूरत शहर में कोई भी इंसान जिंदा नहीं बच सका। इंसानो की खुशहाल बस्ती अब कब्रिस्तान बन गई है।