Edited By ,Updated: 29 Feb, 2016 03:54 PM
अपने पिता की तरह ही महबूबा मुफ्ती ने भी बातचीत के रास्ते को ही सही माना है।
जम्मू कश्मीर: अपने पिता की तरह ही महबूबा मुफ्ती ने भी बातचीत के रास्ते को ही सही माना है। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती के सुप्रसिद्ध डायलाग को दोहराते हुए कहा, बंदूक से न गोली से बात बनेगी बोली से।
यह सन्देश उन्होंने कश्मीर में आतंकियों के नाम किया है। अनंतनाग में एक रैली के दौरान महबूबा ने कश्मीर में भटके हुए युवाओं को मुख्यधारा में वापिस लौटने की अपील की। उन्होंने कहा,‘हमने बंदूक की तबाही देखी। हमार एक पीढ़ी इसकी भेंट चढ़ गई।बंदूक किसी भी समस्या का हल नहीं है।’
उन्होंने कहा कि देश में खेल, मनोरंजन और अन्य क्षेत्रों में युवा अपना नाम कर रहे हैं। भटके हुए कश्मीरी युवा इस तरफ अपना नाम कमाएं।