Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 Dec, 2017 02:38 PM
नए साल में नई नौकरियों की बहार आ सकती है। नौकरियों के लिहाज से 2017 अच्छा नहीं रहा लेकिन 2018 में हालात बेहतर होने की उम्मीद है। जानकार 2018 में सैलरी में भी अच्छी बढ़ोतरी की उम्मीद कर रहे हैं। नोटबंदी और जीएसटी के कारण 2017 जॉब मार्कीट के लिए काफी...
नई दिल्लीः नए साल में नई नौकरियों की बहार आ सकती है। नौकरियों के लिहाज से 2017 अच्छा नहीं रहा लेकिन 2018 में हालात बेहतर होने की उम्मीद है। जानकार 2018 में सैलरी में भी अच्छी बढ़ोतरी की उम्मीद कर रहे हैं। नोटबंदी और जीएसटी के कारण 2017 जॉब मार्कीट के लिए काफी चुनौतीभरा रहा। टेक्सटाइल सहित कई और सेक्टर्स में मंदी की वजह से बड़ी संख्या में लोगों को नौकरी से हाथ धोना पड़ा।
जानकारों के मुताबिक नौकरी के लिहाज से 2018 भी चुनौती भरा रहेगा लेकिन स्थिति 2017 से बेहतर होगा। 2017 में नौकरियों में 8-10 फीसदी की औसत ग्रोथ हुई जो 2018 में बढ़कर 10-12 फीसदी रहने की उम्मीद है। सैलरी के लिहाज से भी 2018, 2017 से बेहतर रहने वाला है। कर्मचारी आईटी सेक्टर में 8 फीसदी अप्रेजल की उम्मीद कर सकते हैं जबकि आईटीईएस सेक्टर में 10-15 फीसदी अप्रेजल हो सकता है। वहीं फार्मा और लाइफसाइंसेज सेक्टर में 8-15 फीसदी अप्रेजल की उम्मीद है जबकि ई-कॉमर्स और स्टार्टअप्स में 15 फीसदी तक अप्रेजल मिल सकता है। वहीं एफएमसीजी और कंज्यूमर गुड्स सेक्टर में 8-15 फीसदी अप्रेजल होने की उम्मीद है।
2018 में किसी भी स्तर पर हायरिंग में स्किल्स को अहमियत दी जाएगी और उसी को बढ़िया सैलरी भी मिलेगी। फिक्की-नैस्कॉम और ईएंडवाई रिपोर्ट के मुताबिक कंपनियां अपने कारोबार को रीस्ट्रक्चर कर रही हैं और 2022 तक काम करने का तरीका बदल जाएगा। सरकार बजट में राष्ट्रीय रोजगार नीति भी ला सकती है जिसमें बड़ी संख्या में रोजगार मुहैया कराने का ब्लूप्रिंट होगा। अब देखना ये है कि सरकार नौकरियों में कितनी तेजी के साथ बढ़ोतरी करा पाती है।