Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Jan, 2018 09:27 AM
पुलिस द्वारा भले ही शहर में रोड सेफ्टी वीक मना कर लोगों को जहां ट्रैफिक नियमों का अनुपालन करने की नसीहत दी जा रही है वहीं कई पुलिस कर्मी खुद अपनी जान जोखिम में डाल कर वाहनों को रोकने में जुटे रहते हैं।
मोहाली (कुलदीप): पुलिस द्वारा भले ही शहर में रोड सेफ्टी वीक मना कर लोगों को जहां ट्रैफिक नियमों का अनुपालन करने की नसीहत दी जा रही है वहीं कई पुलिस कर्मी खुद अपनी जान जोखिम में डाल कर वाहनों को रोकने में जुटे रहते हैं। ऐसा ही उदारण आज फेज-7 स्थित चावला लाइट प्वाइंट के पास तैनात पुलिस की पी.सी.आर. वाली गाड़ी में तैनात पुलिस कर्मियों में देखने को मिली।'
गाड़ी में पिछली सीट पर बैठ कर चलती थी चालान की बातचीत
वाहन रोकने के बाद हवलदार साहिब गाड़ी के अंदर बैठकर गुपचुप ढंग से चालान की बातचीत करने चले जाते थे। ऐसा खेल काफी देर तक चलता रहा। गाड़ी की पिछली सीट पर बैठ कर चालान करने की बात मार्किट में मौजूद लोगों को काफी खटकती रही। लोगों में इस बात की चर्चा थी कि आखिर गाड़ी में पिछली सीट पर छुप कर चालान करने की वजह क्या हो सकती है। इस उत्सुकता का एक कारण यह भी था कि पुलिस की पी.सी.आर. वाली गाड़ी नंबर 10 मार्किट की पार्किंग में एक पेड़ की आड़ में खड़ी की हुई थी।
बिना बैरीकेड सड़क के बीच डंडे से घेर रहे थे गाडिय़ां
चावला लाइटों के पास फेज-3 की मार्कीट के अंतिम ब्लॉक में पुलिस की पी.सी.आर. की गाड़ी नंबर 10 खड़ी हुई थी। इस गाड़ी पर तैनात एक हवलदार बिना किसी बैरीकेड के सड़क के बीच खड़ा होकर डंडे से वाहनों को रोक रहा था। उसके बाद सड़क पर खड़ी दो महिला पुलिस कर्मियों द्वारा संबंधित वाहन के कागजात चैक किए जा रहे थे और फिर वाहन चालक को मार्किट में खड़ी पी.सी.आर. की गाड़ी में भेज दिया जाता था।