Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Jan, 2018 04:37 PM
अमरीका ने कहा है कि उसने 2001 में विश्व व्यापार संगठन(डब्ल्यूटीओ) में चीन की सदस्यता का समर्थन कर गलती की थी और अपनी अर्थव्यवस्था को उदार ,खुली तथा बाजारोन्मुखी बनाने में वह विफल रहा है तथा अब चीनी व्यापारिक गतिविधियों पर नियंत्रण रखने के लिए कड़ी...
वाशिंगटनः अमरीका ने कहा है कि उसने 2001 में विश्व व्यापार संगठन(डब्ल्यूटीओ) में चीन की सदस्यता का समर्थन कर गलती की थी और अपनी अर्थव्यवस्था को उदार ,खुली तथा बाजारोन्मुखी बनाने में वह विफल रहा है तथा अब चीनी व्यापारिक गतिविधियों पर नियंत्रण रखने के लिए कड़ी नीतियां बनाई जा रही हैं।
राष्ट्रपति कार्यालय व्हाइट हाऊस की एक रिपोर्ट में कल कहा गया कि ऐसा प्रतीत होता है कि डब्ल्यूटीओ में चीन के प्रवेश का समर्थन कर अमरीका ने गलती की है क्योंकि वह अपने बाजार को खुला,बाजारोन्मुखी तथा व्यापार अनुकूल बनाने में नाकाम रहा है।
डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने डब्ल्यूटीओ के प्रति चीन की प्रतिबद्वता को लेकर कांग्रेस को सौंपी वार्षिक रिपोर्ट में कहा कि अब यह साफ हो जाता है कि संगठन के नियम कानून बाजारों को तोडऩे वाली चीन की नीतियों पर रोक लगाने में सक्षम नहीें है। माना जा रहा है कि धारा 301 के बारे में भी अगले कुछ हतों में निर्णय लिया जा सकता है।