Edited By ,Updated: 27 Apr, 2016 09:58 AM
मध्यप्रदेश के उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ महापर्व में महिला अखाडे को मान्यता नहीं दिए जाने नाराज परी अखाड़े की प्रमुख त्रिकाल भवंता पिछले 10 दिनों से आमरण अनशन करने बाद 10 फीट गड्डे में बैठकर समाधि लेने लगीं तो पुलिस ने उन्हें बलपूर्वक बाहर निकाला।
उज्जैन: मध्यप्रदेश के उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ महापर्व में महिला अखाडे को मान्यता नहीं दिए जाने नाराज परी अखाड़े की प्रमुख त्रिकाल भवंता पिछले 10 दिनों से आमरण अनशन करने बाद 10 फीट गड्डे में बैठकर समाधि लेने लगीं तो पुलिस ने उन्हें बलपूर्वक बाहर निकाला। परी अखाड़े की प्रमुख त्रिकाल भवंता अपनी मांगों लेकर पिछले दस दिनों से आमरण अनशन कर रही थीं। उनका स्वास्थ्य खराब होने पर उन्हें जिला चिकित्सालय के ICU में भर्ती कराया गया था और तबीयत ठीक होने पर वह पुन: अपने शिविर में पहुंचीं।
मांगें पूरी नहीं से नाराज होकर वह 10 फीट के गड्डे में समाधि लेने के लिए बैठ गई। समाधि लेने के दौरान उनके कैम्प के लोगों ने फूलों से पुष्प वर्षा बाद उनके ऊपर मिट्टी डालने लगे। उनका आधा शरीर मिट्टी में दबने के बाद अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी (एडीएम) अवधेश शर्मा सहित पुलिस बल मौके पर पहुंचा और बलपूर्वक उन्हें समाधि लेने से रोका।