Edited By ,Updated: 04 Feb, 2016 01:09 PM
प्रैग्नेंसी के दौरान अगर मां को मोटापा अा जाता है तो यह अागे चलकर बच्चों के लिए सबसे बड़ी समस्या बन जाती है। ऐसे में मोटापे से...
प्रैग्नेंसी के दौरान अगर मां को मोटापा अा जाता है तो यह अागे चलकर बच्चों के लिए सबसे बड़ी समस्या बन जाती है। ऐसे में मोटापे से बहुत सारी खतरनाक बीमारियां शुरू हो जाती है, जैसे कि दिल की बीमारी, हाइपरटेंशन, डायबिटीज। इसीलिए डॉक्टर हर महिला को गर्भधारण के बाद व्यायाम करने की सलाह जरुर देते है। एेसा करने से मां अौर बच्चा दोनों ही सेहत अच्छी रहेगी।
- प्रैग्नेंसी के दौरान मोटापा
अगर किसी को प्रेगनेंसी के दौरान मोटापा अाता है तो इसका असर उनके गर्भ में पल रहें बच्चें पर अौर उसकी ऊपर उम्र के किसी भी पड़ाव में पड़ सकता है। इसलिए प्रैग्नेंसी में हर महिला को व्यायाम करने के लिए सलाह दी जाती है ताकि वह मोटापे का शिकार न हो सके।
प्रैग्नेंसी और बच्चे के मोटापे को लेकर शोध किया गया है जिसमें कहा गया है कि इन्हे ऐसी बहुत सी महिलाएं हैं जिनके बच्चे को 8 साल की उम्र में बीएमआई अधिक होता है। इसमें यह भी कहा गया है कि अगर मां का वजन बढ़ता है अौर वह व्यायाम नही करती, सिगरेट और शराब का सेवन करती है तो यह सब बच्चे के मोटापे का कारण बनते है।
- प्रैग्नेंसी में व्यायाम और मोटापा
अगर अाप चाहती है कि आपके बच्चे का वजन ठीक रहें तो अापको व्यायाम जरुर करना चाहिए। एेसे में कभी-कभी ओवरईटिंग करने से भी मोटापा बढ़ता है।
- बच्चे को मोटापे का खतरा
अगर प्रैग्नेंसी में मां का वजन कम है अौर वह व्यायाम नही करती फिर भी बच्चे को बाद में मोटापे का खतरा अधिक रहता है। जो लड़कियां एथलीट में होती है उन्हें ऐसी कोर्इ दिकत नही होती क्योंकि वह हमेशा ही एक्टिव रहती हैं।