कश्मीर में एक साल में आतंकियों के 6 शीर्ष कमांडर ढेर

Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Aug, 2017 02:57 PM

6 top militant commander killed in kashmir

कश्मीर घाटी में आतंकियों के खिलाफ अभियान को तेज करते हुए सेना व अन्य सुरक्षाबलों ने पिछले एक साल के दौरान आतंकियों के 6 शीर्ष कमांडरों को ढेर कर दिया है।

श्रीनगर : कश्मीर घाटी में आतंकियों के खिलाफ अभियान को तेज करते हुए सेना व अन्य सुरक्षाबलों ने पिछले एक साल के दौरान आतंकियों के 6 शीर्ष कमांडरों को ढेर कर दिया है। शोपियां जिले में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में हिज्बुल कमांडर यासीन इत्तू को मार गिराया।  यासीन के साथ मारे जाने वाला एक आतंकी उमर पुलवामा में स्थित इस्लामिक यूनिवर्सिटी में एम.टेक का छात्र था और पिछले साल ही आतंकी संगठन में शामिल हुआ था। यासीन सहित भारतीय सेना के जाबांज सैनिकों ने पिछले डेढ़ साल में लश्कर-ए-तोयबा और हिज्बुल मुजाहिद्दीन के छह बड़े कमांडरों को ढेर किया।

हिज्बुल का ऑपरेशनल कमांडर यासीन इत्तु
यासीन बडगाम जिले के चाडूरा का रहने वाला था। वह साल 1997 में आतंकी बना था। यासीन यत्तू  हिजबुल मुजाहिद्दीन का चीफ ऑपरेशनल कमांडर था। यासीन यत्तू को आतंकी बुरहान वानी का करीबी माना जाता था। बुरहान और जाकिर मूसा के बाद यासीन घाटी में हिज्बुल की आतंकी कार्रवाइयों को नेतृत्व कर रहा था। आतंकी जाकिर मूसा के अलकायदा में शामिल हो जाने के बाद हिज्बुल मुखिया सलाउद्दीन ने उसकी जगह यासीन को कमांडर बनाया था।

लश्कर-ए-तोयबा कमांडर अबु दुजाना
इसी महीने की एक तारीख को सुरक्षाबलों ने पुलवामा में काकापुरा के हाकरीपुरा में मुठभेड़ में दुजाना और उसके साथी को मार गिराया था।  आतंकी अबु कासिम की मौत के बाद अबु दुजाना को आतंकी संगठन लश्कर-ए-तोयबा का कमांडर नियुक्त किया गया था। अबु कासिम जम्मू कश्मीर में आतंकी संगठन लश्कर का टॉप कमांडर था।
अबु दुजाना पर 15 लाख का इनाम था। सुरक्षाबलों को कई महीनों से इसकी तलाश थी। दक्षिण कश्मीर में कई हमलों को अंजाम दे चुके दुजाना का नाम उधमपुर हमले में जिंदा पकड़े गए आतंकी नवेद ने लिया था। दुजाना पी.ओ.के. के गिलगिट बालटिस्तान का रहने वाला था।

लश्कर-ए-तोयबा कमांडर बशीर लश्करी
इसी साल एक जुलाई को दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में शनिवार को सुरक्षाबलों ने लश्कर के कमांडर बशीर लश्करी समेत दो आतंकवादियों को मार गिराया था। घाटी में छह पुलिसकर्मियों की हत्या के पीछे लश्कर के इन्हीं आतंकवादियों का हाथ था। बशीर लश्करी 1999 में पी.ओ.के. पार कर गया था। इसके ऊपर 10 लाख रुपये का इनाम भी था।

लश्कर-ए-तोयबा का कमांडर जुनैद मट्टू
इसी साल 16 जून को जम्मू कश्मीर में कुलगाम के अरवानी में सुरक्षा बलों ने साझा ऑपरेशन में तीन आतंकियों को मार दिया था। इन आतंकियों में जुनैद मट्टू भी शामिल है। मट्टू कुलगाम में लश्कर का जिला कमांडर था। मट्टू के सिर पर 5 लाख का इनाम था।

हिजबुल कमांडर सबजार भट्ट
इसी साल 27 मई को दक्षिण कश्मीर में पुलवामा जिला के त्राल में मुठभेड़ के दौरान भारतीय सेना ने हिजबुल मुजाहिद्दीन के सबसे बड़े कमांडर सबजार भट्ट को मार गिराया था। बुरहान वानी के मारे जाने के बाद जाकिर मूसा को कमांडर बनाया गया था, लेकिन मूसा के हिजबुल मुजाहिद्दीन छोडऩे के बाद सबजार को कमांडर बनाया गया था। बुरहान के बेहद करीब रहा सबजार दक्षिण कश्मीर में काफी सक्रिय था। सबजार अहमद मारे जा चुके आतंकी बुरहान वानी का काफी करीबी रह चुका है। वह बुरहान वानी के बचपन का दोस्त था।

हिजबुल मुजाहिदीन आतंकी बुरहान वानी
8 जुलाई 2016 को सेना ने एक ऑपरेशान में वानी को मार गिराया था। बुरहान वानी मुजफ्फर वानी आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन का कमांडर था। वानी कश्मीर में त्राल की अच्छी और संपन्न परिवार से था। इसके पिता स्कूल प्रिन्सिपल थे। वानी 15 साल की उम्र में घर छोडक़र आतंकवादी बन गया था। वानी का बड़ा भाई खालिद मुजफ्फर भी कथित तौर पर आतंकवादी था जो पिछले साल सुरक्षा बलों के हाथों मारा गया था।

 

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