Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Nov, 2017 01:52 PM
फरवरी 2018 में दिल्ली की 3 राज्यसभा सीटें खाली हो रही हैं। पूर्ण बहुमत के साथ दिल्ली पर राज कर रही आम आदमी पार्टी (आप) में इन सीटों को लेकर अंतर्द्धवद्व शुरू हो गया है। आप के संस्थापक सदस्य डॉ. कुमार विश्वास तो खुद को राज्यसभा सीट का प्रबल दावेदार...
नई दिल्ली: फरवरी 2018 में दिल्ली की 3 राज्यसभा सीटें खाली हो रही हैं। पूर्ण बहुमत के साथ दिल्ली पर राज कर रही आम आदमी पार्टी (आप) में इन सीटों को लेकर अंतर्द्धवद्व शुरू हो गया है। आप के संस्थापक सदस्य डॉ. कुमार विश्वास तो खुद को राज्यसभा सीट का प्रबल दावेदार तक बता चुके हैं। हालांकि अभी शीर्ष नेतृत्व इस पर औपचारिक बयानबाजी नहीं कर रहा है।
राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने साफ तौर पर अन्य नेताओं को अगाह कर दिया है कि राज्यसभा की सीटों पर टिप्पणी न करें। इसके बावजूद पार्टी के जानकारों ने तरह-तरह के कयास लगाने शुरू कर दिए हैं। माना जा रहा है कि पार्टी इस बार बाहरी लोगों को मौका दे सकती है। सूत्रों के मुताबिक रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन को भी पार्टी मौका दे सकती है। पार्टी में इस पर गहनता से विचार भी किया जा रहा है। पार्टी के शीर्ष सूत्रों के मुताबिक इस बाबत राजन से संपर्क भी किया गया ता लेकिन कोई अंतिम फैसला नहीं लिया गया।
केजरीवाल खुद जाएंगे राज्यसभा
दूसरी ओर अटकले हैं कि दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल खुद राज्यसभा जाएंगे जिसकी पटकथा 2015 में आप की शानदार जीत के बाद ही लिख दी गई थी। यही वजह है कि मनीष सिसौदिया ने उप-मुख्यमंत्री पद संभालते हुए सबसे अधिक विभागों की जिम्मेदारी ली। अरविंद राज्यसभा में जाते हैं तो मनीष सिसौदिया ही पहले की तरह बड़ी जिम्मेदारी निभाएंगे। अन्य 2 सीटों पर संजय सिंह और आशुतोष के नाम की चर्चा तेज है।
विश्वास ने लगाया आरोप
उल्लेखनीय है कि आप में इन दिनों सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। विश्वास ने आरोप लगाया था कि उनकी पार्टी के कुछ नेता राज्यसभा का टिकट पाने के लिए विधायकों के साथ सांठ-गांठ कर रहे हैं। विश्वास इस बात से भी नाराज हैं कि उनको भाजपा का एजेंट कहने वाले विधायक अमानतुल्ला खान का निलंबन वापस ले लिया गया है।