Edited By ,Updated: 10 Apr, 2017 08:20 PM
पब्लिक अकाउंट्स कमिटी ने 2010 के कॉमनवेल्थ खेलों की रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया है। इसमें मनमोहन सिंह की आलोचना की गई है।
नई दिल्ली: पब्लिक अकाउंट्स कमिटी ने 2010 के कॉमनवेल्थ खेलों की रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया है। इसमें मनमोहन सिंह की आलोचना की गई है कि उन्होंने कलमाड़ी को अपने हिसाब से फैसले लेने दिए और इसके चलते इन खेलों में घोटाले हुए। रिपोर्ट में कहा गया कि राष्ट्रीय महत्व से जुड़े प्रोजेक्ट में प्रधानमंत्री कार्यालय को जिम्मेदारी बदलने के बजाय प्रभावी फॉलो अप पर ध्यान देना चाहिए। प्रधानमंत्री कार्यालय का यह कहना है कि कैबिनेट सचिव जिम्मेदारी तय करने में नाकाम रहे और वह राजनीतिक दबाव में झुक गए। इस रिपोर्ट को लेकर सभी पार्टियों ने सहमति जताई है।
नए सिरे से होगी जांच
भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी की अध्यक्षता वाली पीएसी कॉमनवेल्थ खेलों में हुई अनियमितताओं को लेकर दायर की गई कैग रिपोर्ट की जांच कर रही है। कमिटी ने सीबीआई से घोटाले के बंद किए गए मामलों में नए सिरे से जांच शुरू करने को कहा है। सीबीआई ने कलमाड़ी और उनके करीबी लोगों पर 33 केस दर्ज किए थे। हाल ही में कांग्रेस नेता केवी थॉमस की अध्यक्षता में पीएसी की बैठक में रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया गया। मोदी सरकार के आने के बाद से यह रिपोर्ट रूकी हुई थी लेकिन अब इसे अपना लिया गया है।
छह मामले फिर से खोलने का आदेश
कमिटी ने कलमाड़ी को ऑर्गेनाइजिंग कमिटी का चेयरमैन बनाए जाने के निर्णय की भी आलोचना की। कमिटी ने सीबीआई से छह मामलों में जांच को फिर से शुरू करने को कहा है। कॉमनवेल्थ गेम्स में काफी वित्तीय अनियमितताओं के मामले सामने आए थे। इन आरोपों में सुरेश कलमाड़ी को जेल भी जाना पड़ा था। दिल्ली की तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित पर भी इन आरोपों के छीटें लगे थे।