Edited By ,Updated: 11 Feb, 2016 04:46 PM
माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की छात्र इकाई स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) ने जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय में पाकिस्तान समर्थक नारे लगाए जाने की निंदा करते हुए कहा है
नई दिल्ली: अफजल गुरु की फांसी के विरोध में जेएनयू में छात्र संगठनों का घमासान आज भी जारी रहा। जिसे लेकर माकपा ने कड़ी निंदा की। माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की छात्र इकाई स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) ने जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय में पाकिस्तान समर्थक नारे लगाए जाने की निंदा करते हुए कहा है कि भाजपा और आरएसएस ने अपने झूठे प्रचारों से सभी वाम छात्रों को देशद्रोही के रूप में पेश करने की कोशिश की है।
एसएफआई ने कहा कि विश्वविद्यालय में 'ए कंट्री विदाउट पोस्ट ऑफ' नामक कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति प्रशासन ने दी थी लेकिन जब अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के छात्रों ने विरोध किया तो प्रशासन ने कार्यक्रम से मात्र 15 मिनट पहले उसे रद्द कर दिया। विज्ञप्ति में कहा गया है कि उस कार्यक्रम का आयोजन एसएफआई ने नहीं किया था और हम कुछ छात्रों द्वारा पाक समर्थक नारे लगाये जाने की कड़ी निंदा करते हैं। कार्यक्रम में कश्मीर के बारे में जो कुछ दिखाया गया था उससे हम सहमत नहीं हैं, लेकिन जहां तक किसी को फांसी देने की बात है हम सख्य समाज में उसके विरोधी हैं।
वहीं, पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाने वाले छात्रों के समर्थन में पाकिस्तानी आतंकी हाफिज मोहम्मद सईद ने ट्वीट किया है- ‘हम अपने पाकिस्तानी भाइयों से गुजारिश करते हैं कि जेएनयू के पाकिस्तान परस्त भाइयों के समर्थन में #SupportJNU को ट्रेंड कराएं।’ उसने अपने ट्वीट में #PakStandWithJNU भी लिखा।
बता दें कि देशद्रोही नारेबाजी का एक वीडियो भी सामने आया है। जेएनयू के ही छात्रों ने ही इसे जारी किया है जो कि अब सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया है। जेएनयू प्रशासन ने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं। वहीं कुछ छात्रों ने अफजल गुरु के समर्थन में नारेबाजी की थी। इसके बाद स्टूडेंट्स आपस में भिड़ गए थे।