Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Jul, 2017 05:49 PM
राजद और जदयू की जुबानी तकरार अब अपनी चरम सीमा पर पहुंच चुकी है। ऐसे में दोनों पार्टियां आर-पार की लड़ाई लड़ने की तैयारी मेें जुट गई है।
पटना : राजद और जदयू की जुबानी तकरार अब अपनी चरम सीमा पर पहुंच चुकी है। ऐसे में दोनों पार्टियां आर-पार की लड़ाई लड़ने की तैयारी मेें जुट गई है। तेजस्वी यादव को मिला चार दिन का अल्टीमेटम पूरा होने वाला है। अब देखना यह होगा कि दोनों पार्टियों की ओर से क्या फैसला लिया जाता है। राजद पार्टी का फैसला लालू प्रसाद के शनिवार को पटना से लौटने के बाद लिया जाएगा। राजद ने जदयू को कड़ा जवाब देते हुए कहा है कि अगर नीतीश कुमार तेजस्वी को मंत्रिमंडल से बाहर करते हैं तो मंत्रिमंडल में शामिल राजद के सभी विधायक इस्तीफा दे देंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब दबाव में आ गये हैं।
राजद की रणनीति का भविष्य पूरी तरह से तेजस्वी पर निर्भर है क्योंकि वह पार्टी के उत्तराधिकारी घोषित हो चुके हैं। जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार का कहना है कि राजद सोचता है कि वह सबसे बड़ा दल है और वह किसी के सामने नही झुकेगा। लेकिन वह यह भूल गए हैं कि जनता ने महागठबंधन को अपना मत दिया था। गठबंधन में एक-दूसरे की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए। ,