Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Jun, 2017 07:33 PM
कश्मीर में एक युवक की हत्या के विरोध में अलगाववादियों की ओर से बुलाई गई हड़ताल और प्रशासन द्वारा लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगाये जाने से कश्मीर घाटी के अनेक स्थानों का जनजीवन प्रभावित रहा।
श्रीनगर : कश्मीर में एक युवक की हत्या के विरोध में अलगाववादियों की ओर से बुलाई गई हड़ताल और प्रशासन द्वारा लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगाये जाने से कश्मीर घाटी के अनेक स्थानों का जनजीवन प्रभावित रहा। अधिकारियों ने बताया कि पूरी घाटी के कई स्थानों में व्यापारिक प्रतिष्ठान और दुकानों के साथ विद्यालय एवं कॉलेज और बंद रहे। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की हालिया छापेमारी और मंगलवार को गंगापोरा शोपियां में सुरक्षाबलों और प्रदर्शनकारियों के बीच हुयी झड़प के दौरान 19 वर्षीय आदिल फारूख नाम के युवक की मौत के बाद अलगाववादियों द्वारा बुलाई गयी हड़ताल के मद्देनजर प्रशासन ने कानून व्यवस्था बरकरार रखने के लिये श्रीनगर और शोपियां कस्बे के कुछ हिस्सों में प्रतिबंध लगा दिया।
आदिल के घर चलों की अपील
हुर्रियत कांफ्रेंस के दोनों धड़ों के चेयरमैन सैयद अली शाह गिलानी, मीरवाइज उमर फारूख और जेकेएलएफ के प्रमुख यासीन मलिक ने दक्षिणी कश्मीर में लोगों से झड़प में मारे गये युवक के घर की ओर पहुंचने की अपील की थी।
सात थानाक्षेत्रों में प्रतिबंध
प्रशासन ने श्रीनगर के सात पुलिस थाना क्षेत्र खानयार, एम.आर. गंज, सफाकदल, रैनावाडी, क्रालखुड, नौहट्टा और मैसुमा में पाबंदिया लगा रखी हैं।
अधिकारियों ने बताया कि दक्षिणी कश्मीर के शोपियां कस्बे के अलावाए मध्य कश्मीर के गाधंरबल जिले में धारा 144 लगा दी गयी हैए जबकि यहां लोगों के एकत्रित होने पर प्रतिबंध लगाया गया है। दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में भारी मात्रा में सुरक्षा बल तैनात किये गये हैं।
परीक्षाएं स्थगित
प्रशासन ने आज घाटी के सभी विद्यालयों, सीनियर सेकेंडरी विद्यालय और कॉलेज बंद करवा दिये हैं। कश्मीर विश्वविद्यालय की प्रस्तावित परीक्षायें भी स्थगित कर दी गई हैं। हड़ताल के कारण घाटी का जनजीवन प्रभावित रहा।
दुकानें बंद
अधिकारियों ने बताया कि इलाके की ज्यादातर दुकानें, पेट्रोल पंप और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे, हालांकि इसके लिये प्रतिबंध नहीं लगाया गया था। सडक़ों से सार्वजनिक वाहन भी नदारद रहे।