Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Jul, 2017 05:21 PM
कांग्रेस ने सरकार पर संसद में ''तानाशाही रवैया अपनाने और लोकतंत्र को कमजोर करने'' का आरोप लगाया है।
नई दिल्ली: कांग्रेस ने सरकार पर संसद में 'तानाशाही रवैया अपनाने और लोकतंत्र को कमजोर करने' का आरोप लगाया है। उन्हाेंने सवाल किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गोरक्षा के नाम पर लोगों की पीट-पीटकर हत्या तथा किसानों की दुर्दशा जैसे बेहद महत्वपूर्ण मुद्दों पर संसद में चुप्पी क्यों साधे हुए हैं। प्रधानमंत्री को इन महत्वपूर्ण मुद्दों पर सदन में अपना बयान देकर चुप्पी तोडऩी चाहिए। कांग्रेस नेता मलिकार्जुन खडग़े ने आज आरोप लगाते हुए कहा, भाजपा सरकार ने तानाशाही रवैया अपना रखा है ताकि लोकसभा को राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों से चर्चा करने से रोका जा सके। इस कारण लोकतंत्र एवं संविधान प्रक्रियाएं कमजोर होंगी। खडग़े ने कहा, हम लोकसभा स्पीकर का सम्मान करते हैं, किन्तु कांग्रेस के 6 सदस्यों को लगातार 5 बैठकों के लिए निलंबित करने के पीछे सरकार का दबाव है। इन सदस्यों का निलंबन तुरंत वापस लिया जाना चाहिए।
'दोहरा मापदंड अपनाने का अाराेप'
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस सदस्यों गौरव गोगोई, सुष्मिता देव, रंजीत रंजन, अधीर रंजन चौधरी, एम के राघवन एवं के सुरेश को लोकसभा से 24 जुलाई को 5 दिनों के लिए निलंबित किया गया था। भाजपा के लोकसभा सदस्य अनुराग ठाकुर द्वारा सदन की कार्यवाही की कथित मोबाइल रिकार्डिंग किए जाने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि दोहरा मापदंड अपनाया जा रहा है। सत्ता पक्ष के सदस्य को बिना चेतावनी दिए मात्र उनके खेद जताने पर छोड़ दिया जाता है, जबकि एक सदस्य (आम आदमी पार्टी के भगवंत मान) को इसी आरोप में 2 सत्रों के लिए निलंबित किया गया था।