Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Jul, 2017 03:26 PM
महागठबंधन में सियासी घमासान अपनी चरम सीमा पर पहुंच चुका है। 28 जुलाई से मानसून सत्र की शुरूआत होने वाली है।
पटनाः महागठबंधन में सियासी घमासान अपनी चरम सीमा पर पहुंच चुका है। विधानसभा मानसून सत्र की शुरूआत 28 जुलाई से होने वाली है। सत्र की शुरूआत से पहले के ये तीन दिन बिहार की राजनीति में कौन सा नया मोड़ लाएंगें, यह तो आने वाला समय ही बता सकता है।
महागठबंधन की दोनों पार्टियां राजद-जदयू अपने फैसले पर अडिग नजर आ रही है। जदयू को अपनी राजनीतिक पहचान प्यारी है और राजद को अपने नेता के मान सम्मान की चिंता है। दोनों पार्टी के प्रवक्ताओं द्वारा शब्दों की मर्यादा को तोड़ा गया है। अब प्रवक्ताओं को चुप रहने के निर्देश दिए गए हैं।
तेजस्वी यादव को लेकर बढ़ सकता है तनाव
हालात बता रहे हैं कि मानसून सत्र की बैठक में तेजस्वी की बेगुनाही को लेकर बवाल बढ़ना तय है। जदयू के प्रवक्ताओं का कहना है कि तेजस्वी को सत्र से पहले अपने बेगुनाह होने की सफाई पेश करनी होगी जबकि राजद ने इसके लिए 27 अगस्त की रैली का दिन चुना है। बता दें कि अपने ऊपर लगाए गए आरोपों से छुटकारा पाने के लिए दिल्ली में वकीलों से सलाह मशविरा कर रहे तेजस्वी सत्र से पहले पटना लौट आएंगे।