Edited By ,Updated: 28 Jun, 2016 09:12 PM
विदेशों में जमा काला धन वापस लाने के चुनावी वायदे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर फिर से हमला बोलते हुए शिवसेना ने आज सवाल किया कि कितने नागरिकों के बैंक खातों में 15 लाख रूपए आए हैं।
मुंबई: विदेशों में जमा काला धन वापस लाने के चुनावी वायदे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर फिर से हमला बोलते हुए शिवसेना ने आज सवाल किया कि कितने नागरिकों के बैंक खातों में 15 लाख रूपए आए हैं। शिवसेना के मुखपत्र सामना में प्रकाशित एक संपादकीय में कहा गया है कि ‘‘चुनावों के पहले मोदी का पहला वादा काला धन वापस लाने का था। हाल ही में अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात में उन्होंने विदेशों में पैसे जमा रखने वाले लोगों को जानकारी देने या कार्रवाई का सामना करने की चेतावनी दी है। इस चेतावनी का अपने आप में अर्थ है कि सांप अब भी बिल में है और बाहर आने को तैयार नहीं है।’’
मोदी ने 2014 में लोकसभा चुनाव के प्रचार अभियान में काला धन के मुद्दे को प्रमुखता से रेखंाकित किया था और इसे वापस लाने का वादा किया था। उन्होंने कहा था कि हर नागरिक को उनके बैंक खातों में 15 लाख रूपए मिलेंगे। भाजपा की सहयोगी शिवसेना ने सवाल किया, ‘‘चुनावों के पहले, मोदी ने कहा था कि विदेशी बैंकों में करीब दो लाख करोड़ रूपए काला धन के रूप में जमा हैं और उन्होंने हर नागरिक के बैंक खाते में 15 लाख रूपए का वादा किया था। सत्ता में आए दो साल हो गए, कितना काला धन वापस लाया गया है?’’ संपादकीय में भाजपा पर भी हमला बोला गया था जिसने हाल ही में शहर में 10 स्थानों पर मन की बात कार्यक्रम का आयोजन किया था जहां नागरिक प्रधानमंत्री के रेडियो शो को सुन सकें।