Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Jun, 2017 06:40 PM
जनपद के अधिकारियों और कर्मचारियों में वर्किंग कल्चर को मजबूत बनाने के लिए डीएम मंगेश घिल्डियाल ने एक नई तरकीब ....
रुद्रप्रयाग (भूपेन्द्र भण्डारी): जनपद के अधिकारियों और कर्मचारियों में वर्किंग कल्चर को मजबूत बनाने के लिए डीएम मंगेश घिल्डियाल ने एक नई तरकीब निकाली है। अक्सर बैठकों में अनुपस्थित रहने वाले अधिकारियों की अब खैर नहीं होगी। ऐसे अधिकारियों की अब अलग से बैठकें ली जाएंगी वो भी सुबह 6 बजे या फिर रात के नौ बजे। इस दौरान भी अगर अधिकारी देर से पहुंचे तो उनके घरों पर सीधे पुलिस पहुंचेगी।
यही नहीं बैठकों में अनुपस्थित रहने वाले अधिकारियों के उस दिन के वेतन को काटने के निर्देश भी जिलाधिकारी ने दे दिए हैं। बरसात का मौसम शुरू हो गया है और आपदाओं की दृष्टि से जनपद अति संवेदनशील है। ऐसे में सरकारी कर्मियों की छोटी सी चूक प्रशासन पर भारी पड़ सकती है।
अक्सर सरकारी कर्मचारी बैठकों व दौरों को महज औपचारिकता मानते हैं। अगर ऐसा नहीं होता तो फिर जिलाधिकारी को इस तरह के कदम नहीं उठाने पडते। स्वयं डीएम भी मानते हैं कि अधिकारियों में वर्किंग कल्चर की कमी है और उसे सुधारा जाएगा। इस फैसले से साफ हो गया है कि सरकारी कर्मी अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन सही तरीके से नहीं कर रहे हैं।
जिले में इन दिनों केदारनाथ, मदमहेश्वर व तुंगनाथ धामें की यात्राएं चल रही हैं ऐसे में वर्षाकाल के दौरान कई हादसे हो जाते हैं जिनमें अधिकारी कर्मचारियों की तत्परता कई लोगों की जान बचा सकती है। डीएम के इस फैसले से वर्किंग कल्चर में सुधार तो आएगा ही साथ ही अधिकारी जिम्मेदारी के साथ जनता के भरोसे पर भी खरे उतर पाएंगे।