Edited By ,Updated: 16 Nov, 2016 12:57 PM
रेसिडेंट्स वेलफेयर असोसिएशन (आरडब्ल्यूए) और एनजीओ के कई स्वयंसेवक बैंकों और एटीएम के बाहर पैसे निकालने और बदलवाने के लिए कतारों में खड़े दिल्लीवालों की मदद करने के लिए आगे आए और उनके लिए चाय-नाश्ता सहित अन्य चीजों का इंतजाम किया।
नयी दिल्ली: रेसिडेंट्स वेलफेयर असोसिएशन (आरडब्ल्यूए) और एनजीओ के कई स्वयंसेवक बैंकों और एटीएम के बाहर पैसे निकालने और बदलवाने के लिए कतारों में खड़े दिल्लीवालों की मदद करने के लिए आगे आए और उनके लिए चाय-नाश्ता सहित अन्य चीजों का इंतजाम किया। कई स्वंयसेवी बुजुर्गों की जगह पर लाइनों में खड़े हुए ताकि उन्हें थोड़ा आराम मिल सके। स्वयंसेवकों की ओर से दी गई सहायता ने कतारों में खड़े लोगों की हताशा और बैंक कर्मचारियों तथा सुरक्षा गार्डों के खिलाफ उनके गुस्से को कम किया। कुछ इलाकों में आरडब्ल्यूए ने बैंक शाखाओं के बाहर पानी के कूलर लगाए जिससे अपनी बारी आने का इंतजार कर रहे लोगों को राहत मिली, जबकि कुछ स्थानों पर चाय नाश्ता भी बांटे गए। वहीं कुछ जगहों पर लाइन में लगे लोगों को बिठाने के लिए दरियां बिछाई गईं।
शक्तिनगर के पास के महाराणा प्रतात बाग आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष सौरभ गांधी ने बताया कि हमारे इलाके में तीन बैंक हैं और सैकड़ों लोग 100 रुपए के नोट लेने के लिए अहले सुबह जमा हो गए। हमने बैंक शाखाओं के बाहर भीड़ और गार्डों की मदद के लिए पानी के कूलर लगाए। हमने फॉर्म भी बांटे और उनकों भरने में लोगों की मदद भी की। एनजीओ मरहम के अध्यक्ष इरतिजा कुरैशी ने बताया कि उनकी संस्था के स्वयंसेवकों ने पुरानी दिल्ली में बैंक शाखा के बाहर लाइन में लगे लोगों के लिए दरी और कारपेट बिछाये ताकि वे लाइन में खड़े रहने के बजाय बैठ सकें। इसके अलावा लोगों को पानी का पानी भी मुहैया कराया गया। जनकपुरी के विवेक झा के साथ कुछ अन्य लोगों ने बैंकों के बाहर खड़े लोगों को पानी और चाय बांटी।