Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Sep, 2017 07:28 PM
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने केन्द्र सरकार से कहा है कि रोहिंग्या मुस्लिम खतरे की बात नहीं हैं।
जम्मू: जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने केन्द्र सरकार से कहा है कि रोहिंग्या मुस्लिम खतरे की बात नहीं हैं। उमर ने कहा कि केन्द्र जिसे सुरक्षा कारणों से खतरा मान रहा है वो वर्ष 2014 की बात है और कम से उनके राज्य में, यहां भारी संख्या में रोहिंग्या रह रहे हैं, ऐसा कुछ नहीं है। पूर्व सीएम ने कहा, यह खतरा, कम से कम जम्मू कश्मीर में, बीते 2014 की बात है। यूनिफाइड कमांड की बैठकों में इंटैलीजेंस की ऐसी कई रिपोर्ट नहीं है। उमर ने यह टवीट् किया है और उनका यह टवीट् केन्द्र द्वारा देश में रोहिग्याओं के अवैध तरीके से रहने और उन्हें देश की सुरक्षा के लिए खतरा बताने के बाद किया गया है।
म्यांमार से आए रोहिंग्या ज्यादात्तर जम्मू, हैदराबाद, उत्तरप्रदेश, दिल्ली एनसीआर और राजस्थान में रह रहे हैं। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट में एक एफिडेविट फाइल किया गया जिसमें सरकार ने कहा है कि देश के किसी भी हिस्से में बसाने का अधिकार सिर्फ देश के नागरिकों का है और अवैध तरीके से आए रिफ्यूजियों को ऐसा अधिकार नहीं दिया जा सकता है।