Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Jun, 2017 11:35 AM
शनिवार को राष्ट्रपति भवन का नजारा देख हर कोई हैरान था। सब इधर-उधर तलाशी ले रहे थे। किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था। दरअसल राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का आधार कार्ड खो गया था।
नई दिल्लीः शनिवार को राष्ट्रपति भवन का नजारा देख हर कोई हैरान था। सब इधर-उधर तलाशी ले रहे थे। किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था। दरअसल राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का आधार कार्ड खो गया था। जिसके बाद स्टाफ ने राष्ट्रपति भवन के करीब 12 कमरों में यह सर्च ऑपरेशन चलाया गया। कर्मचारी राष्ट्रपति आधार कार्ड जल्द से जल्द ढूंढ लेना चाहते थे, उन्हें वह तब ही के तब ही चाहिए था। आधार कार्ड को ढूंढने की इतनी जल्दीबाजी देख कुछ लोगों ने कयास तक लगाने शुरू कर दिए कि कहीं मुखर्जी को सभी पार्टियों ने मिलकर आम सहमति से उम्मीदवार तो नहीं बना लिया। जिसके बाद वह नॉमिनेशन भरना चाहते होंगे। नॉमिनेशन की प्रक्रिया के लिए भी अब आधार कार्ड चाहिए होता है।
24 जुलाई को खत्म हो रहा है मुखर्जी का कार्यकाल
प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल 24 जुलाई को खत्म हो रहा है। 17 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव कराए जाएंगे और इसके नतीजे 20 जुलाई को आएंगे। नामांकन की अंतिम तिथि 28 जून, नामांकन पत्रों की जांच की तिथि 29 जून तथा नाम वापसी की अंतिम तिथि एक जुलाई है। बता दें कि भाजपा से सहित अन्य विपक्षी पार्टियां जद्दोजहद कर रही हैं कि उनकी ही पंसद का राष्ट्रपति चुना जाए। ऐसे में भाजपा की मुश्किल बढ़ सकती हैं। अगर भाजपा अपनी पसंद का राष्ट्रपति बनाना चाहती है तो उसे गठबंधन वाली पार्टियों के अलावा कुछ क्षेत्रिय पार्टियों को अपने साथ करना होगा।