Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 Aug, 2017 05:45 PM
राज्यसभा सदस्यता छोडऩे के संबंध में बढ़ते दबाव के बीच जदयू के बागी नेता शरद यादव ने अपने पत्र में पलटवार करते हुए कहा है कि नीतीश कुमार...
नई दिल्ली : राज्यसभा सदस्यता छोडऩे के संबंध में बढ़ते दबाव के बीच जदयू के बागी नेता शरद यादव ने अपने पत्र में पलटवार करते हुए कहा है कि नीतीश कुमार ने खुद जदयू के बुनियादी सिद्धांतों का त्याग कर दिया है और इस तरह से स्वेच्छा से जदयू की सदस्यता छोड़ दी है। उन्होंने दावा किया कि पार्टी का बहुमत नीतीश कुमार धड़े और भाजपा के साथ गठबंधन का समर्थन नहीं करता है।
शरद यादव ने जदयू सांसद कौशलेन्द्र कुमार के पत्र के जवाब में लिखा कि हमने 25 अगस्त को निर्वाचन आयोग के समक्ष याचिका दी है जिसमें चुनाव चिन्ह आदेश 1968 के पैरा 15 के तहत हमने कहा है कि जदयू का बहुमत हमारा समर्थन करता है और इस तरह से जदयू का चुनाव चिन्ह हमें आवंटित किया जाना चाहिए। जदयू के चुनाव चिन्ह को नीतीश कुमार के धड़े को नहीं दिया जाना चाहिए। यह मामला चुनाव आयोग के समक्ष लंबित है।
जदयू के बागी नेता ने कहा कि ऐसा लगता है कि पूर्ण रूप से अवसरवादी राजनीति से प्रेरित होकर नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले धड़े ने बिहार के लोगों के उस पवित्र भरोसे को तोड़ा है जो लोगों ने जदयू में व्यक्त किया था। नीतीश कुमार और आपने (कौशलेन्द्र कुमार ने) जदयू के बुनियादी सिद्धांतों का त्याग कर दिया है और इस तरह से स्वे‘छा से जदयू की सदस्यता छोड़ दी है।
शरद ने कहा कि ऐसे में आपको ऐसा कोई पत्र जारी करने का नैतिक अधिकार नहीं है जो पार्टी के संविधान के खिलाफ हो । उल्लेखनीय है कि जदयू महासचिव के सी त्यागी ने कहा था कि राज्य सभा में पार्टी के नेता आर सी पी सिंह जल्द ही सभापति वेंकैया नायडू को एक पत्र सौंपेगे। इसमें शरद यादव की संसद सदस्यता रद्द करने की बात कही जाएगी।