दुनिया के 10 खूंखार आतंकी संगठन जो बने दुनिया के लिए खतरा

Edited By ,Updated: 30 Jan, 2015 06:01 PM

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दुनियाभर में बहुत सारे आतंकी संगठन है लेकिन जिन 10 संगठनों के बारे में हम बताने जा रहे हैं वह करीब एक अरब लोगों के लिए खतरा बने हुए हैं। इन संगठनों को लगभग सभी देशों ने ब्लैक लिस्ट में डाला हुआ है।

नई दिल्ली: दुनियाभर में बहुत सारे आतंकी संगठन है लेकिन जिन 10 संगठनों के बारे में हम बताने जा रहे हैं वह करीब एक अरब लोगों के लिए खतरा बने हुए हैं। इन संगठनों को लगभग सभी देशों ने ब्लैक लिस्ट में डाला हुआ है। अभी तक दुनिया में सबसे शक्तिशाली आतंकी संगठन अलकायदा को माना जाता रहा है लेकिन इस्लामिक स्टेट आइ.एस. शैतान बन चुका है। लोगों में अपनी दहशत बनाए रखने के लिए वह लोगों को भयानक मौत दे रहा है। जानिए, इन खूंखार आतंकवादी संगठन के बारे में

1.इस्लामिक स्टेट आतंकी संगठन 
ईराक और सीरिया के बहुत सारे शहरों पर कब्जा जमाने वाले इस संगठन ने अपनी ही सरकार बना ली है, जिसका प्रमुख अबु बकर अल बगदादी है। यह संगठन इतना खूंखार है कि अलकायदा ने भी इसकी निंदा की। दुनियाभर के देशों के लड़ाके इसमें शामिल है, जिनमें ब्रिटिश मुस्लिमों की तादाद सबसे ज्यादा है।

2.अलकायदा
दुनियाभर में अलकायदा को सबसे बड़ा आतंकी संगठन माना जाता है। इस उग्रवादी संगठन की स्थापना 1989 में ओसामा बिन लादेन ने की थी। ओसामा के नेतृत्व में ही अलकायदा ने अमरीका में 9/11 का हमला किया था। इसके बाद अफगान युद्ध की शुरूआत हुई जो मई 2012 में लादेन की मौत के साथ खत्म हुई। अब यह संगठन अल-जवाहरी के नेतृत्व में अपना नेटवर्क फिर से मजबूत करने में लगा है। 

3.तालिबान
तालिबान एक पश्तो शब्द है, जिसका मतलब है छात्र। तालिबान दुनिया के उन चुनिंदा आतंकी संगठनों में से एक है जिन्होंने किसी देश पर राज किया हो।1996 से 2001 तक इस संगठन ने अफगानिस्तान में सत्ता संभाली रखी। इस संगठन की स्थापना मुल्ला मोहम्मद उमर ने की थी। तालिबान ने अफगानिस्तान में शरिअत और इस्लामिक कानून लागू कर इसे सदियों पीछे धकेल दिया। इसे अलकायदा का समर्थन भी हासिल था मगर अमरीकी हमले ने इसे अफगानिस्तान से उखाड़ फेंका। 

4.तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान का ठिकाना पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर मौजूद आदिवासी क्षेत्र में है। यह संगठन कई इस्लामिक आतंकी संगठनों से मिलकर बना है। पाकिस्तानी तालिबान के नाम से कुख्यात इस संगठन की स्थापना पाकिस्तानी के कुख्यात आतंकवादी बैतुल्ला महसूद ने किया था, जिसकी 23 अगस्त, 2009 को मौत हो गई थी। पाकिस्तानी तालिबान अक्सर पाकिस्तानी राज्यों को अपना निशाना बनाता रहा है लेकिन कई खुफिया एजेंसियों का मानना है कि इस संगठन का असली मकसद अमरीका के कई बड़े शहरों को अपना निशाना बनाना है। हाल ही में पाकिस्तान के पेशावर में आर्मी स्कूल पर हमला करने वाला संगठन भी यहीं था, जिसने कई मासूम बच्चों को गोलियों से भून दिया था।

5.अल नुस्रा फ्रन्ट
अल नुस्रा फ्रन्ट यानी जमात अल नुस्रा, अरबी भाषा में जिसका अर्थ है 'अल-शाम के लोगों के समर्थन में मोर्चा'। यह संगठन सीरिया और लेबनान में अल-कायदा की शाखा के तौर पर काम कर रहा है। इस संगठन का प्रमुख अबु मौहम्मद अल जुलानी था, जो सीरियाई विद्रोहियों का मजबूत समर्थक होने के नाते बशर अल-असद शासन के खिलाफ सीरियाई नागरिक युद्ध में शामिल हुआ था। जानकारों के मुताबिक यह सीरिया में 'एक सबसे प्रभावशाली विद्रोही बल' था। इस संगठन संयुक्त राष्ट्र, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, न्यूजीलैंड, सऊदी अरब, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका और टर्की ने अपने यहां आतंकवादी संगठन घोषित कर दिया गया।

6.हिजबुल्लाह
ईरान और सीरिया समर्थित यह लेबनानी आतंकवादी संगठन 1982 के लेबनानी गृह युद्ध से उभरा। इस संगठन को इसराइल और सुन्नी अरब देशों का सबसे बड़ा दुश्मन माना जाता है। सी.आई.ए. की रिपोर्ट के मुताबिक यह संगठन की लेबनान की 41 फीसदी जनसंख्या का समर्थन हासिल होने का दावा करता है। यही नहीं हिजबुल्लाह देश में कई मानवीय और सामाजिक गतिविधियों में शामिल भी होता है।

7.बोको हरम
यह इस्लामिक संगठन नाइजीरिया का है। अंग्रेजी में बोको हरम का अर्थ है 'पश्चिमी शिक्षा पाप है'। यह भी अपनी बर्बरता के लिए जाना जाता है। नाइजीरिया के एक स्कूल से 250 छात्राओं को अगवा करने के बाद यह दुनिया के सामने आया। हाल ही में इस संगठन ने कई गांव को आग में खाक कर दिया और 2000 लोगों को मौत के घाट उतार दिया। सामाजिक-आर्थिक मुद्दों से निपटने में विफल नाइजीरियाई सरकार की ज्यादा रोक-टोक के बिना यह आतंकी संगठन अपना काम को आसानी से अंजाम दे रहा है।

8.हमास
यह फिलिस्तीन का सामाजिक-राजनीतिक आतंकवादी संगठन है जो मुस्लिम ब्रदरहुड की एक शाखा के रूप में 1987 में स्थापित किया गया था। इस संगठन का जिहाद इसराइल के खिलाफ है और इसका मकसद इजराइल से फिलिस्तीन की आजादी को सुरक्षित रखना है। इसे आत्मघाती हमलों के लिए जाना जाता है। यूरोपीय संघ की एक शीर्ष अदालत ने हाल ही में हमास को यूरोपीय देशों की आतंकी सूची से हटा दिए जाने का फरमान सुनाया है।

9.रिवोल्यूशनरी आर्म्ड फोर्सेस ऑफ कोलंबिया
कोलम्बिया के इस मार्क्सवादी-लेनिनवादी आतंकवादी संगठन को FARC  के नाम से जाना जाता है. FARC दुनिया भर में अवैध ड्रग्स कारोबार के सरगना और लैटिन अमेरिकी देश में आतंकवादी गतिविधियों के लिए जाना जाता है। इस संगठन की स्थापना 1964 में की गई थी. अब यह संगठन ग्रामीण क्षेत्रों में अपने हजारों समर्थकों और लगभग 12 हजार लड़ाकों से साथ सक्रीय है. FARC बहुराष्ट्रीय कम्पनियों और अमीर वर्ग से मिलने वाले फिरौती के पैसों का इस्तेमाल गरीब लोगों की मदद के लिए करता है।

10.कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी (पी.के.के.)

इस संगठन को पी.के.के. नाम से ही जाना जाता है। इसका गठन 27 नवम्बर 1978 को तुर्की में किया गया था और बाद में यह एक स्वतंत्र कुर्द राज्य के लिए लड़ने लगा। आधिकारिक तौर पर एक अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठन के रूप में नामित किया जा चुका पीकेके अब तुर्की, ईरान, सीरिया और इराक में सक्रिय है। इस्लामिक स्टेट यानी आई.एस. के खिलाफ दुनिया में चल रही लड़ाई में पीकेके भी शामिल है। यही नहीं उसे इस काम के लिए पश्चिमी देशों का समर्थन भी मिल रहा है हालांकि तुर्की सरकार की नजरों में उसकी आतंकी छवि कम नहीं होती।

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