Edited By ,Updated: 27 Feb, 2015 01:09 PM
एक व्हिसलब्लोअर ने एस्सार ग्रुप के इंटरनेल कम्यूनिकेशन को सार्वजनिक करके यह साबित करने की कोशिश की है
नई दिल्लीः एक व्हिसलब्लोअर ने एस्सार ग्रुप के इंटरनेल कम्यूनिकेशन को सार्वजनिक करके यह साबित करने की कोशिश की है कि किस तरह बड़ी कंपनियां नेताओं, नौकरशाहों और पत्रकारों को खुश करके अपने हित साधने की कोशिश करती हैं। लीक हुए ई मेल्स से पता चला है कि भाजपा के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी और उनके परिवार ने एस्सार ग्रुप के वाइस चेयरमैन की शाही बोट पर 2-3 दिन बिताए।
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, ''30 जून 2013 को एस्सार ग्रुप के वाइस चेयरमैन की बोट 'सनरेज' के कैप्टन को ई मेल मिला, ये 9 दोस्त हैं और आपके साथ दो रातों के लिए रुकेंगे। यह मेल एस्सार ग्रुप के चेयरमैन के ऑफिस से भेजा गया था। सनरेज बहुत ही खास बोट है और उतने ही खास इस पर आने वाले लोग होते हैं। 85 मीटर लंबी इस बोट में मसाज रूम और जकूजी समेत तमाम सुविधाएं मौजूद हैं।''
30 जून को ही एक और ई मेल भेजा जाता है, ''नितिन गडकरी यूरोप में हैं और सनरेज पर 2-3 दिन बिताना चाहते हैं। मुझे बताइए कि सनरेज पर आने के लिए इन लोगों को कहां पहुंचने की जरूरत है। यहां ठीक रहेगा या और कहीं?'' 5 जुलाई को कैप्टन को एक और ई मेल मिलता है, ''मेहमान 7 जुलाई की दोपहर को नाइस आएंगे और 9 जुलाई को जाएंगे। 7 जुलाई को उनको नाइस से लाने के लिए इंतजाम किया जाए। सभी 9 मेहमान शुद्ध शाकाहारी हैं, उनके मुताबिक ही भोजन का इंतजाम किया जाए।
कार्यक्रम के मुताबिक, कैप्टन ने गडकरी परिवार को 7 जुलाई को नाइस एयरपोर्ट से बोट तक हेलिकॉप्टर के जरिए लाने का इंतजाम किया। 9 जुलाई को उन्हें वापस एयरपोर्ट भेजने का इंतजाम भी किया। इन 9 लोगों में गडकरी, उनकी पत्नी कंचन, उनके बेटे निखिल, सारंग और बेटी केतकी शामिल थे। एस्सार के ऑफिस में निखिल और सारंग के नंबर 'कॉन्टेक्ट पर्सन' के तौर पर दर्ज हैं।
7 जुलाई को गडकरी परिवार आता है और ई मेल का आदान-प्रदान दोबारा होता है। एस्सार का एक अधिकारी कैप्टन को ऐन मौके पर रिमाइंडर भेजता है, ''जैसा कि बताया गया था, मेहमान बहुत खास हैं। उनके आराम का पूरा खयाल रखा जाए।'' 7 बजकर 32 मिनट पर कैप्टन अपने ब्लैकबेरी फोन से मैसेज भेजता है, ''सनरेज पर सभी मेहमान लगभग 45 मिनट पहले पहुंच चुके हैं।''