Edited By ,Updated: 30 Mar, 2015 06:11 PM
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के अध्यक्ष मुस्तफा कमाल ने आरोप लगाते हुए कहा है कि खेल की वैश्विक संस्था ने उनके साथ भेदभावपूर्ण रवैया अपनाते हुए।
मेलबोर्न: अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के अध्यक्ष मुस्तफा कमाल ने आरोप लगाते हुए कहा है कि खेल की वैश्विक संस्था ने उनके साथ भेदभावपूर्ण रवैया अपनाते हुए। रविवार को विश्वकप फाइनल मैच के बाद पुरस्कार वितरण समारोह में ट्राफी देने के अधिकार से वंचित कर दिया।
मुस्तफा ने आईसीसी में चल रहीं गड़बड़यिों को उजागर करने की धमकी देते हुए कहा, ‘ट्राफी मैं प्रदान करने वाला था और यह मेरा संवैधानिक अधिकार भी है लेकिन दुर्भाग्यवश मुझे ऐसा नहीं करने दिया गया। इससे मेरा और मेरे अधिकार का अपमान हुआ है। बंगलादेश पहुंचने के बाद मैं पूरी दुनिया को बताऊंगा कि आईसीसी में क्या चल रहा है और साथ ही उन लोगों का भी पर्दाफाश करूंगा जो ऐसी हरकतों के पीछे हैं।’
आईसीसी के नियमों में इसी वर्ष जनवरी में हुए बदलावों के अनुसार विश्व स्तर की प्रतियोगिताओं में आईसीसी के अध्यक्ष को ही ट्राफी प्रदान करने का अधिकार दिया गया है लेकिन रविवार को संपन्न हुए विश्वकप की विजेता आस्ट्रेलियाई टीम को ट्राफी आईसीसी चेयरमैन एन श्रीनिवासन ने प्रदान की थी जिसके बाद मुस्तफा नाराज होकर चले गए थे।
इसके पीछे की वजह भारत और बंगलादेश के बीच क्वार्टरफाइनल मैच के बाद हुए विवाद को माना जा रहा है जिसमें अंपायर पर भारत के पक्ष में फैसला देने का आरोप लगाते हुए मुस्तफा ने आईसीसी को ‘इंडियन क्रिकेट परिषद’ तक करार दे दिया था।