Edited By ,Updated: 26 Apr, 2015 11:50 AM
बच्चों की शादी करना हर मां-बाप का सपना होता है।
चंडीगढ़: बच्चों की शादी करना हर मां-बाप का सपना होता है। अगर आप भी अपने बच्चों की शादी करने जा रहे हैं, तो पहले इस खबर को जरूर पढ़ लें।
महिला एवं बाल कल्याण विभाग ने एक फरमान जारी किया है। उनके द्वारा जारी किए गए फरमान के अनुसार बाल-विवाह करने वालों पर अब बैंड बाजे वाले नजर रखेंगे। अगर कहीं पर भी बैंड बाजे वाले बाल-विवाह में मंगल धुन गाते हुए बजाने हुए पकड़े जाते हैं तो बैंड वालों पर भी कार्रवाई की जा सकती है।
गौरतलब है कि बच्चों की शादी से पहले बाल-विवाह प्रतिषेध अधिनियम के तहत जरूरी था कि शादी का कार्ड छापने वाले प्रिंटर, कैटर्स के अलावा पंडित जी बच्चों की उम्र के बारे में पता कर लें कि वह नाबालिग तो नहीं हैं, अब इस वैरिफिकेशन में बैंड वालों को भी शामिल किया गया है।
बाल संरक्षण विभाग ने आकंड़े जारी किए है। उनके द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार 1 जनवरी से लेकर 20 अप्रैल तक की बात की जाए तो 2015 तक जिले में बाल-विवाह की 18 शिकायतें मिली हैं, हालांकि इनमें से 10 बाल-विवाह को नहीं होने दिया गया था।