Edited By ,Updated: 25 May, 2015 02:33 PM
कहते हैं कि मन में कुछ कर गुजरने का हौसला और जज्बा बुलंद हो तो कामयाबी आपके कदम खुद-ब-खुद चुमती है।
पटियालाः कहते हैं कि मन में कुछ कर गुजरने का हौसला और जज्बा बुलंद हो तो कामयाबी आपके कदम खुद-ब-खुद चुमती है। इंसान की एक छोटी सी कोशिश ही उसे फर्श से अर्श तक पहुंचा देती है।
कुछ ऐसी हिम्मत रखता है पटियाला का यह लड़का, जिसका नाम दलीप कुमार है। दलीप के दोनों हाथ नहीं हैं लेकिन फिर भी दलीप ने हार नहीं मानी और वह अपने पैरों से ही हाथ का सारा काम कर लेता है। दलीप 12वीं की परीक्षा दे चुका है और बी. सी. ए. की पढ़ाई करने की इच्छा रखता है।
पढ़ाई के ख़र्च में उसकी मदद एक सोसायटी करती है और उसकी फीस देती है। दलीप का कहना है कि जब उसकी पढ़ाई पूरी होगी तो वह अपनी सारी ज़िंदगी जरूरतमंद बच्चों को पढ़ाने में ही लगाएगा। दलीप की मां चाय की रेड़ी लगाती है और घर का सारा खर्चा चलाती है।